नई दिल्ली (आईएएनएस)। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने पुणे आईएसआईएस मॉड्यूल मामले में शामिल साकिब नाचन को शुक्रवार को गिरफ्तार किया। अदालत ने शनिवार को साकिब को 18 अगस्त तक एजेंसी की हिरासत में भेज दिया है।
जांच एजेंसी ने आरोपी को विशेष पीएमएलए अदालत में पेश किया और उसकी हिरासत की मांग की। इसके बाद कोर्ट ने साकिब नाचन को 18 अगस्त तक एनआईए की हिरासत में भेज दिया।
साकिब नाचन को नामित विदेशी आतंकवादी संगठन की आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ावा देने में कथित सक्रिय भागीदारी के लिए गिरफ्तार किया गया है।
इस मामले में आतंकवाद निरोधक एजेंसी द्वारा की गई यह छठी गिरफ्तारी थी।
एनआईए ने एक बयान में कहा कि ठाणे के पडघा निवासी आरोपी शामिल साकिब नाचन को आतंकवादी कृत्यों को अंजाम देने के लिए इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) के निर्माण, प्रशिक्षण और परीक्षण में शामिल पाया गया था।
वह जुल्फिकार अली बड़ौदावाला, मोहम्मद इमरान खान, मोहम्मद यूनुस साकी, सिमाब नसीरुद्दीन काजी, अब्दुल कादिर पठान और कुछ अन्य संदिग्ध आरोपियों के साथ मिलकर काम कर रहा था।
एजेंसी ने कहा कि इमरान खान और मोहम्मद यूनुस साकी, 'सूफा आतंकवादी गिरोह' के सदस्य थे और फरार थे। उन्हें अप्रैल 2022 में राजस्थान में एक कार से विस्फोटकों की बरामदगी से संबंधित मामले में 'मोस्ट वांटेड' घोषित किया गया था।
एनआईए ने कहा कि साकिब सहित आईएसआईएस स्लीपर मॉड्यूल के ये सदस्य पुणे के कोंढवा में एक घर से काम कर रहे थे। यहां पर उन्होंने आईईडी इकट्ठा किया था और पिछले साल बम प्रशिक्षण और बनाने की वर्कशॉप का आयोजन किया था।
इन्होंने अपने द्वारा निर्मित आईईडी का परीक्षण करने के लिए इस स्थान पर एक नियंत्रित विस्फोट भी किया था।
यह भी कहा कि 3 अगस्त, 2023 को आईएसआईएस पुणे मॉड्यूल मामले से पता चला है कि आरोपियों की देश की शांति और सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने के उद्देश्य से आतंकवादी कृत्य करने की योजना थी।
उन्होंने आईएसआईएस के एजेंडे को आगे बढ़ाते हुए भारत सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने की योजना बनाई थी।