चौथी लहर की आशंका के बीच दिल्ली में कोरोना के मामलों में आई गिरावट, जुलाई में 37 फीसदी से अधिक घटे सक्रिय मरीज
कोरोना की चौथी लहर की आशंका के बीच दिल्ली में बीते दिनों से कोरोना के सक्रिय मामलों में गिरावट देखने को मिली है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। कोरोना की चौथी लहर की आशंका के बीच दिल्ली में बीते दिनों से कोरोना के सक्रिय मामलों में गिरावट देखने को मिली है। जुलाई महीने में 37 फीसदी से अधिक सक्रिय मरीज कम हो गए है। इतनी ही गिरावट होम आइसोलेशन के मरीजों में दर्ज की गई है। वहीं विशेषज्ञों का कहना है कि दिल्ली में कोरोना का पीक निकल गया है। हालांकि मानसून में ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत है। साथ ही बूस्टर डोज भी आवश्यक तौर पर लगवाएं।
कोविड-19 स्वास्थ्य बुलेटिन के अऩुसार दिल्ली में एक जुलाई को कोरोना सक्रिय मरीजों की संख्या 3703 थी। जो आठ जुलाई तक घटकर 2329 हो गई। यानी इस अवधि में 37.10 फीसदी कोरोना के मरीज कम हो गए। जबकि इसी अवधि में होम आइसोलेशन में भी एक हजार से अधिक मरीज कम हुए है। इसके अलावा अस्पताल में भर्ती मरीजों में 34 फीसदी से अधिक की गिरावट आई है।
सफदरजंग अस्पताल के कम्युनिटी मेडिसिन विभाग के प्रमुख डॉ. जुगल किशोर ने बताया कि दिल्ली में पांच-छह दिन से लगातार कोरोना के मामले कम हो रहे है। कोरोना का पीक निकल गया है। अभी 15-20 दिन और मामलों के कम होने में लगेंगे। लेकिन भविष्य में कोरोना का कोई नया स्वरूप आता है तो मामलों में उछाल जरूर देखने को मिलेगा। लोग कोरोना संक्रमण की गंभीरता से बचाव के लिए बूस्टर डोज आवश्यक तौर पर लगवाएं।
वहीं इस बीच मानसून के चलते मच्छर जनित बीमारियों को लेकर सावधानी बरतने की जरूरत है। अगर बुखार जैसे दूसरे लक्षण सामने आते है तो कोरोना की जांच जरूर कराएं। मानसून में जगह-जगह पानी एकत्र होता है। मच्छर जनित बीमारियां अधिक होने की संभावना रहती है। ऐसे में बचाव के उपाय करने चाहिए। बाहर के खाने से परहेज करें। स्वच्छ और उबला हुआ पानी पीएं।