गुरुग्राम में वकीलों और पुलिस कर्मियों के बीच बढ़ा विवाद

Update: 2023-04-25 05:37 GMT

एनसीआर गुरुग्राम न्यूज़: जिला अदालत के वकीलों और पुलिस के बीच हुए विवाद ने अब तूल पकड़ लिया है। इस मामले में दोनों ओर से केस दर्ज किया जा चुका है। बार एसोसिएशन के प्रधान समेत 30-40 वकीलों के खिलाफ दर्ज किए गए केस को रद्द नहीं करने पर वकीलों ने मंगलवार से अनिश्चित कालीन हड़ताल पर जाने का ऐलान किया है।

बार एसोसिएशन में हुई वकीलों की बैठक: इस मामले को लेकर सोमवार को बार एसोसिएशन के सभागार में वकीलों ने बैठक हुई। जिसमें सर्वसम्मति से वकीलों ने हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया। वकीलों का कहना है कि मारपीट करने वाले एंटी करप्शन ब्यूरो अधिकरियों को बचाने के लिए पुलिस चाल चल रही है। पहले समझौता करने की बात कही, अब उस बात की अनदेखी कर रहे हैं।

क्या है पूरा मम्मला: आपको बता दें कि एक सप्ताह पहले सोमवार को एसीबी की टीम ने सेक्टर-12 कोर्ट परिसर से रीडर हंसराज और अहलमद सुमित को रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया था। मंगलवार दोपहर करीब ढाई बजे इन दोनों को सीजेएम कोर्ट में पेश करने के लिए लाए थे। इसी दौरान वकीलों और एसीबी टीम के बीच कहासुनी हो गई। कहासुनी मारपीट में बदल गई। दाेनों पक्षों ने एक दूसरे के काम में हस्तक्षेप करने और बदलसूली करने का आरोप लगाया है। वकीलों का कहना है कि वह जब कोर्ट कर्मचारियों के पक्ष में अपना वकालतनामा लगाकर कोर्ट में खड़े होने का प्रयास किया तो करप्शन ब्यूरो के अधिकारियों ने वकालतनामा फाड़कर बदसलूकी की और जान से मारने की धमकी दी।

दोनों पक्ष ने एक-दूसरे पर लगाए आरोप: बार एसोसिएशन के प्रधान एडवोकेट राजेश बैसला और एंटी करप्शन ब्यूरो के इंस्पेक्ट राजकुमार ने एक दूसरे खिलाफ सेंट्रल थाने में क्रास एफआईआर दर्ज कराई है। बार प्रधान का आरोप है कि एसीबी के अधिकारियों ने वकालतनामा छीनकर फाड़ दिया और गालियां दी। जाते समय वकीलों को देख लेने की धमकी दी। उधर, एसीबी के इंस्पेक्टर राजकुमार का आरोप है कि बार प्रधान समेत 30-40 वकीलों ने एकजुट होकर उनके सहयोगियों केसाथ मारपीट की, सरकारी कार्य में बाधा डालते हुए आरोपी हंसराज और सुमित काे पुलिस अभिरक्षा से छुड़ाने का प्रयास किया।

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