मनीष सिसोदिया के घर हुई सीबीआई छापेमारी के बाद दिल्ली में कांग्रेस का प्रदर्शन, नारेबाजी कर मांगा इस्तीफा
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के घर पर आबकारी नीति में कथित घोटाले को लेकर सीबीआई टीम ने शुक्रवार को छापेमारी की।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के घर पर आबकारी नीति में कथित घोटाले को लेकर सीबीआई टीम ने शुक्रवार को छापेमारी की। आप ने जहां इसे शिक्षा और स्वास्थ्य मॉडल की बढ़ती लोकप्रियता पर रोक लगाने के लिए की गई कार्रवाई बताया है। वहीं कांग्रेस और बीजेपी ने छापेमारी को सही बताया है। इसी बीच डिप्टी सीएम के खिलाफ कांग्रेस ने मोर्चा खोल दिया है। पार्टी ने सिसोदिया से इस्तीफे की मांग को लेकर प्रदर्शन किया।
कांग्रेस प्रवक्ता शमा मोहम्मद ने शनिवार को दिल्ली आबकारी नीति को लागू करने में भ्रष्टाचार के मामले में कथित संलिप्तता को लेकर मनीष सिसोदिया से इस्तीफे की मांग की। पार्टी ने यह मांग ऐसे समय पर की है जब सीबीआई टीम ने लगभग 15 घंटे तक डिप्टी सीएम के घर छापेमारी की। कांग्रेस नेता अलका लांबा और अभिषेक दत्त का भी कहना है कि मनीष सिसोदिया को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
हमने घोटाले के बारे में दी थी सूचना
इससे पहले, दिल्ली कांग्रेस के प्रमुख अनिल कुमार ने कहा था कि पार्टी ने दिल्ली के तत्कालीन पुलिस आयुक्त राकेश अस्थाना को जून में पत्र लिखकर फर्जी कंपनियों को शराब लाइसेंस के अवैध वितरण में करोड़ों रुपए के घोटाले की सूचना दी थी। राकेश के मुताबिक उनकी अपील के बावजूद इसपर कोई कार्रवाई नहीं की गई। वहीं सिसोदिया के मुताबिक, सीबीआई ने उनके घर पर 15 घंटे की छापेमारी के बाद कंप्यूटर, फोन और कुछ दस्तावेज जब्त किए हैं।
हम डरते नहीं हैं
छापेमारी के बाद मीडिया के सामने आए सिसोदिया ने कहा कि सीबीआई को 'ऊपर से' नियंत्रित किया जा रहा है। उन्होंने कहा, 'हमने कुछ भी गलत नहीं किया है। हम डरते नहीं हैं। हमने लोगों के लिए ईमानदारी से काम किया है। सीबीआई ने मेरा फोन और कंप्यूटर जब्त कर लिया है। मेरे पास लाखों छात्रों के परिवारों का आशीर्वाद है। हम रुकेंगे नहीं और अच्छे अस्पतालों और स्कूलों के माध्यम से अच्छी सेवा देते रहेंगे।'