कांग्रेस के नेतृत्व वाला विपक्ष बुधवार को लोकसभा में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाएगा
नई दिल्ली (आईएएनएस)। कांग्रेस के नेतृत्व वाला विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' 26 जुलाई को लोकसभा में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाएगा। घटनाक्रम से वाकिफ सूत्रों ने बताया कि विपक्षी दलों के बीच दिन भर की चर्चा के बाद यह निर्णय लिया गया कि बुधवार को निचले सदन में प्रस्ताव लाया जाएगा।
कांग्रेस ने भी लोकसभा में अपने सभी सांसदों को व्हिप जारी किया है कि वे कल सदन की कार्यवाही शुरू होने से लेकर स्थगन तक सदन में मौजूद रहें, क्योंकि "कल यानी 26 जुलाई को लोकसभा में बहुत महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की जाएगी।"
इसे लोकसभा में पार्टी के मुख्य सचेतक कोडिकुन्निल सुरेश ने जारी किया।
मणिपुर मुद्दे पर संसद में जारी गतिरोध के बीच विपक्ष ने अविश्वास प्रस्ताव लाने का फैसला लिया।
सूत्रों ने बताया कि यह निर्णय सुबह संसद में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के कक्ष में हुई गठबंधन नेताओं की बैठक के दौरान लिया गया।
खड़गे राज्यसभा में विपक्ष के नेता हैं।
चर्चा के दौरान महसूस किया गया कि चूंकि सरकार लोकसभा में मणिपुर मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बयान मांगने की विपक्ष की मांग पर ध्यान देने की संभावना नहीं है और अब निचले सदन में विरोध के बीच विधेयकों को पारित करने पर जोर दे सकती है, इसलिए सरकार पर दबाव बनाने के लिए यह कदम जरूरी है।
20 जुलाई को संसद का मानसून सत्र शुरू होने के बाद से संसद के दोनों सदनों में लगातार गतिरोध बना हुआ है, क्योंकि विपक्ष मणिपुर में मौजूदा स्थिति पर संसद के अंदर प्रधानमंत्री से जवाब मांग रहा है।
मोदी ने संसद के बाहर मानसून सत्र के शुरुआती दिन मीडिया को दिए अपने पारंपरिक बयान के दौरान मणिपुर में हिंसा की निंदा की थी।
हालांकि, उन्होंने विपक्षी शासित राज्यों राजस्थान और छत्तीसगढ़ में महिलाओं के खिलाफ अपराध की कुछ घटनाओं को मणिपुर के साथ जोड़ दिया था।
प्रधानमंत्री ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से अपने राज्य में ऐसी घटनाओं पर अंकुश लगाने के प्रयास करने का आग्रह किया था।