मौर्या एंक्लेव इलाके में असली यातायात निरीक्षक के मौके पर पहुंच जाने से नकली यातायात पुलिसकर्मी बनकर ठगी करने वाले युवक की पोल खुल गई। युवक आउटर रिंग रोड पर वाहनों की जांच कर रहा था और इस दौरान उसकी वाहन चालकों से कहासुनी हो गई। कहासुनी के दौरान यातायात निरीक्षक के मौके पर पहुंच गया और असलियत सामने आने पर उसने आरोपी को स्थानीय पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर जांच कर रही है।
उत्तर पश्चिम जिला पुलिस उपायुक्त उषा रंगनानी ने बताया कि आरोपी की पहचान समयपुर बादली निवासी विनित शर्मा के रूप में हुई है। पीतमपुरा निवासी जितेंद्र अपनी माल ढ़ोने वाले टेंपो से घर की ओर जा रहा था। बाहरी रिंग रोड पर एक व्यक्ति ने खुद को यातायात जवान बताकर वाहन को रोका और कागजात की मांग की। उसने चार पांच और वाहनों को रोक लिया। आरोपी सभी से दस्तावेज की जांच करने लगा। शक होने पर वाहन चालकों ने उससे अपनी पहचान पत्र दिखाने के लिए कहा। इस पर वह बहस करने लगा। कहासुनी होता देख यातायात विभाग के निरीक्षक अरुण राय पहुंचे। उसने युवक से पूछताछ की।
सत्यापन करने पर पता चला कि वह यातायात विभाग में काम नहीं करता है बल्कि एक निजी एजेंसी में काम करता है। निरीक्षक ने स्थानीय पुलिस को इसकी जानकारी दी। मौके पर पहुंची मौर्या एंक्लेव थाना पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ करने पर उसने बताया कि ठगी करने के समय वह बाहरी रिंग रोड पर खुद को यातायात पुलिस अधिकारी बताकर वाहनों की जांच करता था।