नई दिल्ली (आईएएनएस)| आम आदमी पार्टी के लिए काम करने वाले व्यक्तियों और वेंडरों को कथित रूप से एक निजी कंपनी चैरिअट प्रोडक्शन्स मीडिया प्राइवेट लिमिटेड ने भुगतान किया था। दिल्ली आबकारी नीति मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कार्रवाई के जानकार एक स्रोत ने सोमवार को यह जानकारी दी। सूत्र ने कहा कि चैरिअट मीडिया ने कागज पर दिखाया कि भुगतान उनकी फर्म के लिए सेवाएं प्राप्त करने के लिए किया गया था। हालांकि, कंपनी से पैसा पाने वाले वेंडर और व्यक्ति आप के लिए काम कर रहे थे।
चैरिअट मीडिया के वित्तीय लेनदेन की जांच में खुलासा हुआ है कि कंपनी मनस्वनी प्रभुने को 1.5 लाख रुपये मासिक वेतन दे रही थी। इसके अलावा, कंपनी ने नकली चालान के आधार पर स्वामी समर्थ इको प्रोडक्ट्स को पांच लाख रुपये का भुगतान किया।
सूत्र ने कहा, जब हमने इस मामले में गहराई से जांच की तो पाया कि मनस्वनी प्रभुने और स्वामी समर्थ इको प्रोडक्ट्स ने चैरिअट मीडिया को कोई सेवा प्रदान नहीं की। इसकी बजाय उन्हें गोवा चुनाव के दौरान आप के लिए जमीनी स्तर पर सर्वेक्षण करने का काम सौंपा गया था और विजय नायर उनके काम की देखरेख कर रहे थे।
सूत्रों ने कहा कि जांच में अपने काम के लिए झूठा दावा करके आप की ओर से चैरिअट मीडिया के गुप्त भुगतान का खुलासा हुआ।
सूत्र ने कहा, मुंबई में ग्रेस एडवरटाइजिंग प्राइवेट लिमिटेड और गोवा में स्पार्क एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड को चैरिअट मीडिया से क्रमश: 6.59 लाख रुपये और चार लाख रुपये का भुगतान प्राप्त हुआ। दोनों कंपनियों ने आप के लिए विज्ञापन होडिर्ंग्स लगाए। भुगतान चेक के माध्यम से किए गए।
--आईएएनएस