सेंट्रल बिल्डिंग रोड रिसर्च इंस्टीटयूट ने नोएडा में ट्विंस टावर को गिराने के लिए दी हरी झंडी
एनसीआर नॉएडा न्यूज़: सुपरटेक बिल्डर के अवैध ट्विंस टावर एपेक्स और सियान को लेकर बड़ी खबर है। सेंट्रल बिल्डिंग रोड रिसर्च इंस्टीटयूट (CBRI) रुड़की ने 28 अगस्त को ट्विन टावर गिराने के लिए कम्पनी को हरी झंडी दे दी है। अब ट्विंस टावर को गिराने के लिए कोई अड़चन बाकी नहीं है। शुक्रवार को सुपरटेक एमरॉल्ड कोर्ट और एटीएस विलेज सोसाइटी से संबंधित स्ट्रक्चरल ऑडिट रिपोर्ट, स्ट्रक्चरल एनालायसिस और क्रेक गैजेज रिपोर्ट पर सीबीआरआई ने कुछ शर्तों के साथ सहमति जता दी है। वहीं, दूसरी ओर एमरॉल्ड कोर्ट सोसाइटी में चल रहे पिलरों की मरम्मत का काम शुक्रवार शाम तक लगभग पूरा कर लिया गया है। थोड़ा काम बचा है, जिसको शनिवार को पूरा कर लिया जाएगा।
सुपरटेक एमेरल्ड कोर्ट सोसायटी के 57 पिलरों को मजबूत करना पड़ा: सुपरटेक एमरॉल्ड कोर्ट की आरडब्ल्यूए ने अपने स्तर पर सोसाइटी का स्ट्रक्चरल ऑडिट करवाया है। इसमें करीब 150 पिलर कमजोर मिले थे। इस रिपोर्ट को आधार मानकर सुपरटेक बिल्डर ने कुछ पिलर की मरम्मत करने के लिए सहमति जता दी थी। पहले 44, फिर 51 और अंततः 57 पिलर की मरम्मत करने का निर्णय लिया गया। मरम्मत का यह काम अब शनिवार को पूरा हो जाएगा। वहीं, दूसरी ओर एटीएस विलेज सोसाइटी का भी स्ट्रक्चरल ऑडिट कराया गया था। जिसमें किसी भी पिलर की मरम्मत की जरूरत नहीं है। ऐसे में यहां पर कोई काम नहीं कराया गया है। नोएडा प्राधिकरण के चीफ आर्किटेक्ट प्लानर इश्तियाक अहमद ने बताया कि सीबीआरआई ने 28 अगस्त की दोपहर ढाई बजे ट्विन टावर गिराने के लिए हरी झंडी दे दी है। अब कोई अड़चन नहीं है। अगर भारी बारिश आती है तो काम में व्यवधान आ सकता है।
ऋतु महेश्वरी ने बड़ी संख्या में अफसरों की तैनाती की: शुक्रवार को नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी ने प्राधिकरण अधिकारियों के साथ बैठक करके विभाग वार काम की जिम्मेदारी बांटी। नोएडा प्राधिकरण ने चार्ट जारी किया है। ध्वस्तीकरण को लेकर 10 जोनल प्रभारी और 13 सेक्टर प्रभारी बनाए गए हैं। इन सभी की ड्यूटी सेक्टर-93ए सुपरटेक एमराल्ड कोर्ट के आसपास नौ स्थानों पर लगाई गई है। इसमें प्राधिकरण के उद्यान विभाग, नियोजन, नोएडा ट्रैफिक सेल, जन स्वास्थ्य विभाग, आपदा प्रबंधन, सिविल, प्रचार-प्रसार, मीडिया सेल, जल विभाग और प्रशासनिक विभाग के अधिकारी शामिल हैं।
कौन सा विभाग क्या-क्या काम करेगा: नोएडा छोटी की मुख्य कार्यपालक अधिकारी ऋतु महेश्वरी ने सभी विभागों के काम अलग-अलग बांटे हैं। उद्यान विभाग का काम ध्वस्तीकरण के बाद उड़ने वाली धूल और मिट्टी के कारण प्रभावित क्षेत्र में पेड़ पौधों की सुरक्षा व धुलाई का प्रबंध करना होगा। नियोजन विभाग को ध्वस्तीकरण के दौरान सुपरटेक और एडिफाइस एजेंसी के साथ समन्वय स्थापित करना होगा। धवस्तीकरण के बाद सुपरटेक बिल्डर दोबारा एमराल्ड कोर्ट के स्ट्रक्चरल आडिट का प्रबंध करेगा।
वाहनों की सुरक्षित व्यवस्था: नोएडा ट्रैफिक सेल को सुपरटेक एमराल्ड कोर्ट हाउसिंग सोसाइटी और ड्यूटी पर तैनात तमाम अधिकारियों के वाहनों की सुरक्षित व्यवस्था देखनी होगी। जन स्थ्वास्थ्य विभाग को टि्वन टावर के पास एटीएस और एमराल्ड में सफाई के लिए 50 कर्मियों की ड्यूटी, धूल से प्रभावित क्षेत्र को साफ करने के लिए 50 कर्मी और मैकेनिकल स्वीपिंग के लिए 4 मशीनों का प्रबंध करना है। साथ ही प्रभावित क्षेत्र में आवारा पशुओं को निकालना है। साथ ही सीएंडडी वेस्ट से निस्तारण के लिए समन्वय करना है। आपदा प्रबंधन का काम किसी भी आपदा से निपटने के लिए एनडीआरएफ की टीम और चिकित्सीस समन्वय स्थापित करना होगा। सिविल विभाग का काम एमराल्ड कोर्ट और एसटीएस विलेज सोसाइटी के सभी निवासियों को सुबह 7 बजे और 12 बजे तक सभी गार्ड को सुरक्षित बाहर निकालना है। ध्वस्तीकरण के बाद धूल के प्रभावी नियंत्रण के लिए 4 स्मॉग गन का प्रबंध करना है। जल विभाग का काम आसपास प्रभावित होने वाली सोसाइटी में जल आपूर्ती सुनिश्चित करना और ड्यूटी पर तैनात कर्मियों के लिए पेयजल का प्रबंध करना है। प्रशासन का काम दर्शक दीर्घा और पर्यवेक्षण गैलरी में अधिकारियों के बैठने का प्रबंध और मानक के अनुसार उपस्थिति पर नियंत्रण करना है।