दिल्ली पुलिस में हुए 350 करोड़ रुपए के घोटाले के दोषियों को जेल भेजे केंद्र: सीएम केजरीवाल
नई दिल्ली, (आईएएनएस)| दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल का कहना है कि दिल्ली पुलिस में हुए 350 करोड़ रुपए के घोटाले की जांच करवाई जाए। उन्होंने कहा केंद्र सरकार के अधीन आने वाली दिल्ली पुलिस में हुए इस घोटाले की निष्पक्ष जांच कराकर दोषियों को जेल भेजा जाए।
इस मुद्दे पर दिल्ली के कैबिनेट मंत्री सौरभ भारद्वाज ने एलजी वी.के. सक्सेना पर हमला बोला और कहा कि दिल्ली पुलिस एलजी साहब की जिम्मेदारी है। ऑडिट में सामने आया है कि एलजी साहब की नाक के नीचे पुलिस विभाग में प्रोफेशनल सर्विस के पैसे को डायवर्ट कर फर्जी बिलों के जरिए 350 कोड़ रुपए का घोटाला हुआ है। आम आदमी पार्टी की मांग है कि एलजी अपनी नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस घोटाले की जांच स्वतंत्र एजेंसी से कराएं।
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि कुछ दिन पहले दिल्ली पुलिस की एक ऑडिट हुई थी। उससे जानकारी मिली है कि दिल्ली पुलिस में कथित तौर पर करीब 350 करोड़ रुपए का घोटाला हुआ है। बताया जा रहा है कि यह पैसा प्रोफेशनल सर्विसेज के नाम पर आवंटित किया गया था। इसके तहत प्रेफेशनल व विशेषज्ञ को हायर करना था, लेकिन इस पैसे को छोटे-मोटे कामों (जैसे रंगाई-पुताई व मरम्मत के कार्य) में डायवर्ट किया गया। आरोप है कि ठेकेदारों से फर्जी बिल बनवाए गए। उन फर्जी बिलों के अनुसार जो कार्य कराए गए, उसको भी कई गुना बढ़ा-चढ़ा कर दिखाया गया।
शुक्रवार को सीएम अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार से कहा कि दिल्ली पुलिस आपके अधीन आती है। क्या इसकी जांच होगी और क्या दोषी जेल जाएंगे। कानून व्यवस्था पर सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। दूसरों के कामों में अड़चन डालने और हर बात पर गंदी राजनीति करने की बजाए सबको अपने-अपने काम पर ध्यान देना चाहिए। अगर कानून व्यवस्था नहीं संभल रही है तो इस्तीफा दे देना चाहिए ताकि कोई और कर ले। दिल्ली के लोगों की सुरक्षा राम-भरोसे नहीं छोड़ी जा सकती।
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि एलजी विनय कुमार के रहते ही वित्तीय वर्ष 2022-23 खत्म हुआ है। वो मई 2022 में दिल्ली के एलजी बने थे। आम आदमी पार्टी जानना चाहती है कि एलजी वी.के. सक्सेना के नाक के नीचे इतना बड़ा घोटाला कैसे हो गया।
भारद्वाज ने साकेत डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में महिला के उपर हुए जानलेवा हमले की घटना दिल्ली की जनता के सामने रखी। उन्होंने कहा कि किसी भी देश के किसी राज्य में सबसे सुरक्षित जगह न्यायालय होता है। लेकिन दिल्ली के साकेत जिला न्यायालय परिसर में एक महिला के उपर फायरिंग की गई। हाईकोर्ट का सख्त आदेश है कि बिना मेटल डिटेक्टर के अंदर गए कोई भी कोर्ट परिसर में प्रवेश नहीं कर सकता है। हर प्रवेश द्वार पर पुलिस तैनात रहती है। पुलिस तलाशी करने के साथ ही आईडी कार्ड भी देखती है। इसके बावजूद उसकी इंट्री कैसे हो गई। कोर्ट के अंदर हथियार कैसे आ गया। पुलिस क्या कर रही है। एक-डेढ हफ्ते पहले भी द्वारका के अंदर एक नामी वकील की हत्या कर दी गई। एलजी साहब क्या कर रहे हैं। दिल्ली के अंदर रह रहे बुजुर्ग दंपति की दिन दहाड़े निर्मम हत्याएं और लूटपाट हो रही हैं। पॉश कालोनियों में भी महिलाओं की चेन और मोबाइल स्नैचिंग हो रही है। घर के बाहर से गाड़ी चोरी हो रही है। सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई चोरी के मामले में भी अब पुलिस आरोपी को नहीं ढ़ूंढ पाती है। एलजी साहब कहां हैं, क्या कर रहे हैं।
--आईएएनएस