दिल्ली के सोनिया विहार में चिटफंड व कमेटी के नाम पर करोड़ों की ठगी का मामला, जानिए पूरा मामला

Update: 2022-04-27 16:54 GMT

दिल्ली न्यूज़: उत़्तर पूर्वी जिला के सोनिया विहार में चिट फंड और कमिटी के जरिए 30 से ज्यादा लोगों से एक करोड़ रुपये से ज्यादा की ठगी को अंजाम दिया गया था। पीड़ितों की शिकायत पर 22 मार्च 2021 को एफआईआर दर्ज कर कमिटी संचालक को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। आरोपी को अदालत ने जमानत पर रिहा कर दिया था। मामले में पुलिस आरोप पत्र भी दाखिल कर चुकी है। आर्थिक अपराध शाखा ने 27 पीड़ितो पर भी 22 अप्रैल 2022 को प्राइज चिट्स एंड मनी सर्कुलेशन स्कीम्स (बैनिंग) एक्ट के तहत केस किया है। वहीं जांच में पता चला कि एक पीड़ित भी कमिटियां चलाता था, जिसका मेंबर आरोपी भी था। पुलिस ने इस पीड़ित और आरोपी पर अलग से एफआईआर की है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि सोनिया विहार पांचवां पुश्ता निवासी पीड़ितों ने स्थानीय थाने में 12 फरवरी 2021 को शिकायत दी थी। नॉर्थ ईस्ट जिला पुलिस ने इसे ईओडब्ल्यू को ट्रांसफर कर दिया। जांच में पता चला कि 30 से ज्यादा पीडितों के एक करोड़ से ज्यादा रुपये हड़प लिए गए। आरोपी मूलचंद का सोनिया विहार में दोने-पत्तल का कारोबार था। वह चिट.फंड के तौर पर कमिटियां चलाता था। कई साल तक ईमानदारी से काम करता रहा तो लोगों का उस पर भरोसा जम गया। मई 2019 के बाद जब आरोपी के पास लोगों का काफी पैसा जमा हो गया।

आरोपी ने कई अन्य लोगों से भी मोटी रकम उधार ली। दूसरे कमिटी संचालकों के पास डाली अपनी कमिटियां भी घाटे में उठा लीं। पीड़ित रुपये देने का दबाव बनाने लगे तो वो फरार हो गया। कुछ समय बाद मूलचंद लौट आया। लोगों ने रुपये मांगे तो 5 फरवरी तक पैसा लौटाने का वादा किया। आरोप था कि 4 फरवरी को ही बीजेपी के नॉर्थ ईस्ट जिले एक नेता ने मूलचंद के पिता शेर सिंह के करीब 50 लाख रुपये के मकान को अपने नाम ट्रांसफर करवा लिया। इसके बाद मूलचंद और शेर सिंह फिर फरार हो गए। केस दर्ज होने के बाद ईओडब्ल्यू ने मूलचंद को अरेस्ट किया और अदालत में चार्जशीट भी दाखिल कर दी है। ईओडब्ल्यू ने पीड़ितों से पूछताछ की जिसमें पता चला कि पीड़ितों ने भी मूलचंद के चिट फंड स्कीम का हिस्सा बनकर प्राइज चिट्स एंड मनी सर्कुलेशन स्कीम्स (बैनिंग) एक्ट का उल्लंघन किया है। पुलिस ने पीड़ितों के खिलाफ 22 अप्रैल को एफआईआर दर्ज कर ली है।

एक पीड़ित नेत्रपाल भी चिट फंड स्कीम चलाता था जिसका मेंबर आरोपी मूलचंद था। पुलिस ने नेत्रपाल पर स्कीम चलाने और मूलचंद को उस स्कीम का मेंबर होने का आरोपी बनाते हुए 22 अप्रैल 2022 को ही प्राइज चिट्स एंड मनी सर्कुलेशन स्कीम्स (बैनिंग) एक्ट की धाराओं में एफआईआर दर्ज कर ली है।

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