Burger King murder case: अदालत ने एक आरोपी को सात दिन की पुलिस हिरासत में भेजा
New Delhi नई दिल्ली : दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने शुक्रवार को पश्चिमी दिल्ली के राजौरी गार्डन में बर्गर किंग फूड आउटलेट पर एक व्यक्ति की हाल ही में हुई हत्या के सिलसिले में गिरफ्तार एक आरोपी को सात दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया। दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को 18 जून को बर्गर किंग में हुई गोलीबारी में शामिल होने के आरोपी बिजेंद्र उर्फ गोलू को पहली गिरफ्तारी की, जिसमें अमन जून की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। दो अन्य आरोपी अभी भी फरार हैं। ड्यूटी मजिस्ट्रेट भारती बेनीवाल ने दिल्ली पुलिस की दलीलें सुनने के बाद बिजेंद्र को सात दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया।
जांच अधिकारी (आईओ) ने आरोपी बिजेंद्र को अदालत में पेश किया और उसकी सात दिनों की हिरासत की मांग करते हुए एक आवेदन दिया, जिसमें कहा गया कि अपराध की साजिश का पता लगाने के लिए आरोपी से हिरासत में पूछताछ की जरूरत है। जांच अधिकारी ने यह भी कहा कि आरोपी अन्य दोषियों की गिरफ्तारी में सहायता कर सकता है। आरोपी की ओर से अधिवक्ता मनमीत सिंह पेश हुए और उन्होंने पुलिस हिरासत पर कोई आपत्ति नहीं जताई। दलीलें सुनने के बाद अदालत ने आरोपी को सात दिन की हिरासत में भेज दिया। पुलिस हिरासत की अवधि समाप्त होने के बाद उसे पांच जुलाई को अदालत में पेश किया जाएगा। राजधानी को झकझोर देने वाली इस घटना में तीन व्यक्ति मोटरसाइकिल पर आए, जिनमें से दो ने प्रतिष्ठान में घुसकर पीड़ित पर गोलियां चला दीं। गिरफ्तार आरोपी बिजेंद्र की पहचान उस व्यक्ति के रूप में हुई, जो गोलीबारी के दौरान मोटरसाइकिल पर बैठा था।
गौरतलब है कि बर्गर किंग हत्याकांड की जिम्मेदारी लेते हुए वायरल हो रहे हिमांशु भाऊ के पोस्ट में अजीत उर्फ कालिया का भी नाम है। फ्यूजन कार शोरूम फायरिंग मामले में कालिया को कुछ दिन पहले दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गोवा से गिरफ्तार किया था। कालिया हिमांशु भाऊ के निर्देश पर शूटरों को रसद मुहैया कराता था। दिल्ली पुलिस के मुताबिक अजीत उर्फ कालिया ने फ्यूजन कार शोरूम पर फायरिंग करने वाले शूटरों को हथियार और सूचनाएं मुहैया कराई थीं। पुलिस को यह भी शक है कि कालिया ने इन शूटरों को बर्गर किंग में वारदात करने का आदेश दिया होगा। दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने यह भी बताया कि कालिया से पूछताछ करना इसलिए भी जरूरी है क्योंकि वह हिमांशु भाऊ के निर्देश पर उसके गिरोह में नए सदस्यों की भर्ती करता है और उन्हें अपराध करने के लिए जरूरी साजो-सामान भी मुहैया कराता है। (एएनआई)