अमरनाथ गुफा के पास शुक्रवार शाम अचानक बादल फटने की वजह से आए बाढ़ में 15 लोगों की मौत हो गई. करीब 40 तीर्थयात्री लापता हैं और दर्जनों लोग घायल है. इस प्राकृतिक आपदा के बाद बीएसएफ की टीम राहत और बचाव कार्य में जुट कर घायलों का रेस्क्यू करने में लगी है.
दिल्ली मुख्यालय से बीएसएफ प्रवक्ता के अनुसार कल शाम 18:20 मिनट पर अमरनाथ में बादल फटने से अचानक वहां सैलाब आ गया, जिससे रास्ते मे लगे टेंट में रह रहे कई यात्री घायल हो गए. इनमे से कुछ मलबों के नीचे भी दब गए, जिन्हें रेस्क्यू करने के लिए बीएसएफ की टीम को लगाया गया है. जम्मू-कश्मीर के डॉक्टरों के साथ वहां मौजूद बीएसएफ के डॉक्टर ने मरीजों को प्राथमिक उपचार और सीपीआर दिया. गंभीर रूप से घायल नौ मरीजों को इलाज के बाद उन्हें कम ऊंचाई वाले नेलग्राथ बेस कैंप में रेस्क्यू किया गया.
इसके लिए MI 17 चॉपर को लगाया गया है, जो घायलों और शवों को नीलगढ़ के बालटाल स्थित हैलीपैड से श्रीनगर स्थित बीएसएफ कैम्प तक ले जा रही है, जहां घायलों का आगे इलाज हो सके और शवों को उनके घरों को भेजा जा सके. बीएसएफ पंजतरणी शिविरों द्वारा लगभग 150 यात्रियों को ठहराया गया है. बीएसएफ के सभी प्रतिनिधि बचाव के लिए लगातार काम कर रहे हैं और उच्च मुख्यालय को सूचना साझा कर रहे हैं.