NCR में मिला MONKEYPOX का एक और संदिग्ध मरीज, LNJP में अस्पताल में चल रहा इलाज

दिल्ली के लोकनायक अस्पताल में मंगलवार को मंकीपॉक्स के लक्षण वाले एक और संदिग्ध मरीज को भर्ती किया गया है।

Update: 2022-07-27 01:43 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। दिल्ली के लोकनायक अस्पताल में मंगलवार को मंकीपॉक्स के लक्षण वाले एक और संदिग्ध मरीज को भर्ती किया गया है। यह मरीज अस्पताल की इमरजेंसी में बुखार और त्वचा पर दानों के लक्षण के साथ आया था। मरीज को आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है।

संदिग्ध मरीज गाजियाबाद से आया है। उसे तेज बुखार और शरीर पर दाने हैं। उसे आइसोलेशन में रखा है। फिलहाल, डॉक्टरों की टीम उसकी निगरानी कर रही है। बुधवार को उसका सैंपल जांच के लिए पुणे के लैब में भेजा जा सकता है। अस्पताल सूत्रों के मुताबिक, यह संदिग्ध मरीज 20 दिन पहले मुंबई की यात्रा करके आया है और इससे दो महीने पहले वह फ्रांस की राजधानी पेरिस गया था।
पहले मरीज की तबीयत में तेजी से सुधार
लोकनायक अस्पताल में भर्ती मंकीपॉक्स के पहले मरीज की तबीयत में सुधार हो रहा है। वह फोन पर परिजनों से बातचीत कर रहा है और अब दर्द भी नहीं है। अस्पताल के एक डॉक्टर ने बताया कि अब उसके शरीर और नए दाने निकलने बंद हो चुके हैं। शरीर पर पूरी तरह दाने खत्म होने के बाद उसका सैंपल दोबारा जांच के लिए लैब में भेजा जाएगा।
संपर्क में आए व्यक्ति को बदन दर्द की शिकायत
दिल्ली में मंकीपॉक्स के मरीज के संपर्क में आए एक व्यक्ति ने बदन दर्द की शिकायत की है। सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी है। मंकीपॉक्स का दिल्ली का पहला मरीज लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल के पृथक-वार्ड में भर्ती है। उसके अहम जैव मापदंड स्थिर हैं लेकिन घाव भरने में कम से कम एक हफ्ता लगेगा।
14 लोग संपर्क में आए थे
सूत्रों ने बताया कि पश्चिमी दिल्ली के इस शख्स के करीबी संपर्क में 14 लोग आए थे, जिनमें से उसके परिवार के चार सदस्यों को पश्चिम दिल्ली में उनके घर में पृथक-वास में रखा गया है और अबतक किसी में भी बीमारी का कोई लक्षण नहीं दिखा है। सूत्रों ने बताया कि उसके एक दोस्त ने कहा है कि उसे बदन दर्द हो रहा है और वह खुद ही अपनी निगरानी कर रहा है, उसमें इस बीमारी का कोई अन्य लक्षण सामने नहीं आया है। एक डॉक्टर ने कहा, उसने बदन दर्द की शिकायत की है लेकिन यह इस संक्रमण का एकमात्र लक्षण नहीं है। उसमें बुखार, शरीर पर चकत्ते पड़ने और घाव जैसे प्रमुख लक्षण अबतक नजर नहीं आए हैं। वह घर पर पृथक-वास में हैं और हमारी टीम उसपर कड़ी निगाह रख रही है।
एम्स में जांच की तैयारी पूरी, 24 घंटे में मिलेगी रिपोर्ट
मंकीपॉक्स की जांच के लिए अब एम्स में ही तैयारी पूरी कर ली गई है। राष्ट्रीय वायरोलाजी संस्थान (एनआइवी) पुणे से एम्स में जांच किट भी पहुंच गई है। अब मंकीपाक्स का संदिग्ध मामला सामने आने पर एम्स में ही मंकीपॉक्स की जांच हो जाएगी। जांच रिपोर्ट भी सैंपल लेने के दिन ही आ जाएगी या अधिक से अधिक 24 घंटे में उपलब्ध हो जाएगी।
पुणे की लैब से हुई थी पहले केस की पुष्टि
दिल्ली में पहला संदिग्ध सामने आने पर जांच के लिए सैंपल एनआइवी पुणे भेजा गया था। जांच में मंकीपॉक्स की पुष्टि हुई थी।
इस तरह होती है जांच
मंकीपाक्स की पहचान के लिए भी आरटीपीसीआर जांच होती है। मरीज के शरीर पर बने फफोले से जांच के लिए सैंपल लिए जाते हैं। इसके अलावा नाक व मुंह से भी स्वैब जांच के लिए सैंपल लिया जाएगा। एम्स में शुरुआत में जांच की दोबारा सत्यापन के लिए एनआइवी पुणे भी एक सैंपल भेजा जाएगा। लेकिन, एम्स से ही जांच रिपोर्ट जारी हो सकेगी। एम्स में माइक्रोबायोलाजी विभाग के प्रोफेसर डॉ. ललित धर ने बताया कि अब देश में 15 लैब मंकीपॉक्स की जांच के लिए अधिकृत कर दी गई हैं। इसमें एम्स के माइक्रोबायोलाजी विभाग की लैब भी शामिल है। जांच किट आने के बाद ट्रायल रन पूरा कर लिया गया है। लैब अब जांच के लिए पूरी तरह तैयार है।
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