गजब! बिना VAT घटाए ही 11.75 रुपये लीटर सस्ता हुआ डीजल, जानें कैसे?

पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज ड्यूटी (Excise Duty) और वैट (VAT) को लेकर राजनीति चरम पर है.

Update: 2021-11-07 06:22 GMT

नई दिल्ली: पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज ड्यूटी (Excise Duty) और वैट (VAT) को लेकर राजनीति चरम पर है. एक्साइज ड्यूटी केंद्र सरकार वसूलती है और वैट का पैसा राज्यों के खातों में जाता है. जब आप पेट्रोल (Petrol) और डीजल (Diesel) पर पूरे टैक्स स्ट्रक्चर को समझेंगे, तो समझ पाएंगे कि असली राजनीति वहीं छुपी है. आइए पेट्रोल और डीजल पर लगने वाले टैक्स क्रोनोलॉजी को समझते हैं.

दरअसल, दिवाली से ठीक एक दिन पहले अचानक केंद्र सरकार की तरफ से पेट्रोल पर 5 रुपये और डीजल पर 10 रुपये प्रति लीटर की एक्साइज ड्यूटी घटा दी गई. उसके बाद बीजेपी शासित 10 राज्य, बीजेपी के साथ गठबंधन वाले 6 राज्य, और गैर बीजेपी शासित इकलौते ओडिशा ने पेट्रोल डीजल पर अपने हिस्से से 2 रुपये से लेकर 12 रुपये तक वैट में कटौती का ऐलान कर दिया.
केंद्र के फैसले के बाद देश लगभग 16 राज्यों और 7 केंद्र शासित प्रदेशों ने पेट्रोल डीजल पर वैट में कटौती करने का ऐलान किया है. लेकिन 13 राज्य-केंद्र शासित प्रदेशों ने अभी तक वैट पर कैंची नहीं चलाई है. उनमें महाराष्ट्र, दिल्ली, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, केरल, मेघालय, झारखंड, छत्तीसगढ़, पंजाब और राजस्थान शामिल हैं. इसके अलावा अंडमान और निकोबार में भी वैट नहीं घटाया गया है.
अब आइए टैक्स क्रोनोलॉजी के समझते हैं. दिल्ली में आम आदमी पार्टी (AAP) की सरकार है और यहां अभी तक वैट में कटौती का फैसला नहीं लिया गया है. दिल्ली में इस समय पेट्रोल 103.97 रुपये प्रति लीटर और डीजल 86.67 रुपये प्रति लीटर है.
एक्साइज ड्यूटी में कटौती के बाद दिल्ली में पेट्रोल 6.07 रुपये लीटर और डीजल 11.75 रुपये लीटर सस्ता हो गया है. अब जब केंद्र सरकार ने पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी 5 रुपये लीटर और डीजल पर 10 रुपये लीटर घटाई, तो फिर पेट्रोल की कीमत में 6.07 रुपये और डीजल 11.75 रुपये लीटर सस्ता कैसे हो गया है?
दरअसल राज्य सरकारें पेट्रोल-डीजल पर वैट वसलूती हैं. लेकिन वैट की दरें एक्साइज ड्यूटी लगने के बाद जो कीमतें होती हैं, उसपर लगाई जाती है. यानी एक्साइज ड्यूटी और बेस प्राइस के ऊपर वैट वसूला जाता है. फिलहाल दिल्ली में पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी 27.90 रुपये प्रति लीटर है. 3 नवंबर को एक्साइज ड्यूटी 5 रुपये प्रति लीटर घटाने से पहले पेट्रोल पर केंद्रीय कर 32.90 रुपये लीटर था. इसी वजह से जब एक्साइड ड्यूटी में कटौती हुई थी, तो वैट की कीमतें अपने आप कम हो गई. क्योंकि अब दिल्ली में वैट बेस प्राइस और एक्साइज ड्यूटी-27.90 रुपये पर वसूला जा रहा है.
फिलहाल दिल्ली में पेट्रोल पर 30 फीसदी और डीजल पर 16.75 फीसदी वैट वसूला जा रहा है. यानी पेट्रोल पर बेस प्राइस और एक्साइज ड्यूटी को जोड़ने के बाद उसपर 30 फीसदी वैट लगाया जाता है. जबकि डीजल में इसी तरह 16.75 फीसदी वैट लगाया जाता है. दिल्ली में 2015 से पहले पेट्रोल पर 20 फीसदी और डीजल पर 12 फीसदी वैट लिया जाता था.
पिछले साल कोरोना संकट के दौरान कच्चे तेल के दाम गिरने से सरकार ने एक्साइज ड्यूटी बढ़ाई थी. पेट्रोल पर 13 रुपये और डीजल पर 16 रुपये की बढोतरी हुई थी. अब केंद्र सरकार पेट्रोल पर 27.90 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 21.8 रुपये लीटर एक्साइज ड्यूटी वसूलती है. कुल मिलाकर कहानी ये है कि पेट्रोल डीजल का दाम बढ़े तो राजनीति, घटे तो राजनीति. सब अपना अपना खजाना देखते हैं.
गौरतलब है कि कच्चे तेल की कीमतों के आधार पर तेल कंपनियां रोजाना सुबह भाव तय करती हैं. आप सिर्फ एक SMS के जरिए अपने शहर में पेट्रोल-डीजल की कीमत जान सकते हैं. इसके लिए इंडियन ऑयल (IOCL) के ग्राहकों को RSP कोड लिखकर 9224992249 नंबर पर भेजना होगा. तेल कंपनियां रोज सुबह 6 बजे कीमतें तय करती हैं.
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