New Delhi नई दिल्ली : दिल्ली-एनसीआर के लोग क्रिसमस और न्यू ईयर के मौके पर प्रदूषण में कुछ राहत महसूस कर रहे हैं। प्रदूषण कम होने की संभावनाओं और बारिश के पूर्वानुमान के बाद, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीएक्यूएम) ने GRAP-4 की बंदिशों को हटा दिया है। चलिए जानते हैं कि क्या रहेगा खुला और क्या बंद?
GRAP-4 के बंद होने का कारण
आपको बता दें कि सीएक्यूएम के अनुसार, सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर 12 दिसंबर को GRAP में बदलाव किए गए थे। यह नया GRAP 16 दिसंबर से लागू हुआ था, जब प्रदूषण का स्तर बहुत खराब हो गया था। उस दिन, दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) दोपहर तक 350 के पार पहुँच गया था और रात में यह 401 तक पहुँच गया था। इसके बाद GRAP-4 लागू किया गया था, जो तब प्रदूषण की उच्चतम स्थिति में लगाया जाता है।
सीएक्यूएम की बैठक और फैसला
दरअसल, मंगलवार को सीएक्यूएम की सब-कमिटी की बैठक हुई। बैठक में बताया गया कि सोमवार रात से AQI का स्तर कम हो रहा है। मंगलवार शाम को AQI 369 था। मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक, आने वाले दिनों में हवाएं तेज रहेंगी, लेकिन प्रदूषण का स्तर खराब बना रहेगा। इसके बाद सीएक्यूएम ने GRAP-4 को हटाने का निर्णय लिया।
GRAP-4 क्या होता है?
GRAP-4, यानी ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान का हिस्सा है, जिसे प्रदूषण के स्वास्थ्य आपातकाल में लागू किया जाता है, जब AQI 450 या उससे अधिक हो।
क्या-क्या राहत मिली है?
ट्रकों की एंट्री फिर से हो सकेगी
अब दिल्ली में ट्रकों को एंट्री मिल सकेगी, जो पहले GRAP-4 के तहत प्रतिबंधित थे।
पब्लिक प्रोजेक्ट्स फिर से शुरू हो सकेंगे
हाइवे, सड़क, फ्लाईओवर, ओवरब्रिज, पावर ट्रांसमिशन, और पाइपलाइन जैसे सार्वजनिक निर्माण कार्य फिर से शुरू हो सकेंगे।
स्कूलों का संचालन
अब छठी से बारहवीं कक्षा तक के स्कूल फिर से खुले रहेंगे, जैसा पहले होता था।
अब भी कौन सी बंदिशें लागू रहेंगी?
निर्माण कार्य पर रोक जारी रहेगी
सामान्य लोगों के लिए निर्माण कार्यों पर पहले की तरह रोक जारी रहेगी।
BS-3 पेट्रोल और BS-6 डीजल वाहनों पर रोक
दिल्ली, गुरुग्राम, फरीदाबाद, गाजियाबाद, और गौतमबुद्ध नगर में BS-3 पेट्रोल और BS-6 डीजल गाड़ियों पर प्रतिबंध रहेगा। हालांकि, दिव्यांग व्यक्तियों को इस नियम से छूट दी गई है।
BS-4 और इससे कम स्टैंडर्ड वाले ट्रकों पर रोक
दिल्ली में BS-4 या इससे कम स्टैंडर्ड वाले मीडियम गुड्स वाहन पर प्रतिबंध रहेगा। केवल आवश्यक सामान लेकर आने वाले ट्रकों को छूट मिलेगी।
स्कूलों का हाइब्रिड मोड जारी रहेगा
दिल्ली, गुरुग्राम, फरीदाबाद, गाजियाबाद, और गौतमबुद्ध नगर में 5वीं कक्षा तक के स्कूलों का संचालन हाइब्रिड मोड में ही रहेगा, यानी ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीके से।
2024 में प्रदूषण की स्थिति
सबसे अधिक प्रदूषण वाला साल
इस साल प्रदूषण का स्तर पिछले 5 सालों में सबसे खराब रहा है। पिछले कुछ सालों में प्रदूषण में कमी आई थी, लेकिन इस साल ऐसा नहीं हुआ। 2024 के अंत तक पीएम 2.5 और पीएम 10 के स्तर में वृद्धि हुई है।
आंकड़े बताते हैं
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, 1 जनवरी से 22 दिसंबर तक औसत पीएम 2.5 का स्तर 103.21 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर (MGCM) रहा, जो 2020 के बाद से अब तक का सबसे अधिक स्तर है।
इसके अलावा, औसत पीएम 10 का स्तर इस दौरान 211.51 MGCM रहा, जो 2019 के स्तर से थोड़ा कम था, लेकिन फिर भी प्रदूषण में वृद्धि को दिखाता है।
इस प्रकार, दिल्ली और एनसीआर में प्रदूषण की स्थिति को लेकर कुछ राहत मिली है, लेकिन अब भी कई प्रतिबंध लागू हैं, और प्रदूषण की स्थिति में सुधार के लिए आने वाले दिनों में कुछ और बदलाव की संभावना है।