दिल्ली के स्कूलों में पूरी उपस्थिति होने पर मिलने लगेगा मध्याह्न भोजन
Delhi School mid-day meals: दिल्ली के स्कूलों में पूरी उपस्थिति होने पर मध्याह्न भोजन दिया जाएगा. तबतक मध्याह्न भोजन (mid-day meals) के स्थान पर फिलहाल छात्रों के घर पर किया जा रहा सूखे राशन का वितरण जारी रहेगा.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। दिल्ली सरकार के स्कूलों में जब तक 100 प्रतिशत उपस्थिति दर्ज नहीं होती है तब तक स्कूलों में पके हुए मध्याह्न भोजन (mid-day meals) के स्थान पर फिलहाल छात्रों के घर पर किया जा रहा सूखे राशन का वितरण जारी रहेगा. अधिकारियों ने सोमवार को कहा, ''फिलहाल स्कूलों में 50 प्रतिशत उपस्थिति है और अगर मध्याह्न भोजन देना शुरू किया जाता है तो सभी 100 फीसदी छात्रों को उसका लाभ नहीं मिलेगा. जैसे ही 100 फीसदी उपस्थिति दर्ज होगी, स्कूलों में पका हुआ मध्याह्न भोजन दिया जाने लगेगा.''
सरकारी स्कूलों में 14 फरवरी से पहली से लेकर आठवीं तक के बच्चों की भी सामान्य कक्षाएं संचालित होने के बावजूद स्कूलों में पका हुआ मध्याह्न भोजन (mid-day meals) नहीं दिए जाने को लेकर संगठन 'दिल्ली रोजी-रोटी अधिकार अभियान' ने दिल्ली सरकार और तीन नगर निगमों को कानूनी नोटिस भेजा था. इसी संदर्भ में सरकार की प्रतिक्रिया आई है.
दिल्ली में खुल चुके हैं स्कूल
बता दें, राजधानी दिल्ली में 14 फरवरी 2022 से सभी कक्षा के छात्र स्कूल खोले जा चुके हैं. दिल्ली में कोरोना संक्रमण के मामलों में कमी को देखते हुए दिल्ली सरकार ने कक्षा 8वीं (School Nursery to 8th Reopen) तक के स्कूलों को शुरू करने का फैसला लिया है. स्कूल खुलने को लेकर दिल्ली सरकार के शिक्षा निदेशालय ने बच्चों के लिए दिशानिर्देश भी जारी कर दिए हैं.
9वीं से 12वीं कक्षा के छात्रों के लिए स्कूल खोले जा चुके हैं. कोविड-19 प्रोटोकॉल के साथ-साथ बच्चों को स्कूल भेजने को लेकर 45-50 फीसदी अभिभावकों ने ही सहमति जताई है. शिक्षा निदेशालय (Directorate of Education) ने साफ कर दिया है कि छात्रों को स्कूल भेजने को लेकर स्कूलों द्वारा किसी भी अभिभावक पर दबाव नहीं बनाया जाएगा. साथ ही छात्रों को अपने साथ माता पिता द्वारा मिला सहमति पत्र लेकर जाना होगा. स्कूलों की ओर से पूर्व में ही सहमति पत्र जारी कर दिया गया था. वहीं स्कूल पहुंचने पर छात्रों को स्कूल में सहमति पत्र जमा करना होगा.