गाजियाबाद के डीएम को दी गई अतिरिक्त जिम्मेदारी, 9 जिलों में डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट बदले गए
लेटेस्ट न्यूज़ अपडेट: मंगलवार की देर शाम उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल किया है।जिसके तहत 21 आईएएस अफसरों के तबादले किए गए हैं। बड़ी बात यह है कि राज्य के 9 जिलों में डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट बदले गए हैं। इस फेरबदल में गाजियाबाद मुख्य रूप से प्रभावित हुआ है। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष का तबादला कर दिया गया है। जिलाधिकारी को अतिरिक्त जिम्मेदारी सौंपी गई है। दोनों अफसरों को अच्छा काम करने पर राज्य सरकार ने महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां सौंपी हैं।
जीडीए के उपाध्यक्ष कृष्णा करुणा गोरखपुर के डीएम बने: गाजियाबाद में आईएएस कैडर के लिए दो महत्वपूर्ण पद जिलाधिकारी और गाजियाबाद विकास प्राधिकरण का उपाध्यक्ष हैं। जीडीए के उपाध्यक्ष कृष्णा करुणेश को इस फेरबदल में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई है। कृष्णा करुणेश को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृह जनपद गोरखपुर का जिलाधिकारी बना कर भेजा गया है। करुणेश 2011 बैच के आईएएस अफसर हैं। उन्होंने पिछले साल 4 जनवरी 2021 को जीडीए का कार्यभार संभाला था। वह बलरामपुर से स्थानांतरित होकर गाजियाबाद आए थे। इस दौरान शहर में अवैध अतिक्रमण पर प्रभावी कार्यवाही की। प्राधिकरण के मास्टर प्लान 2031 को अंतिम रूप दिया है। मूल रूप से पटना के रहने वाले हैं। कृष्णा करुणेश की गाजियाबाद में यह दूसरी पोस्टिंग थी। वह गाजियाबाद के मुख्य विकास अधिकारी भी रह चुके हैं। हापुड़ के डीएम भी रहे हैं।
गाजियाबाद के डीएम को जीडीए वीसी का अतिरिक्त प्रभार: इस फेरबदल में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गाजियाबाद के जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह पर भरोसा जताया है। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष कृष्णा करुणेश का तबादला होने के बाद यह जिम्मेदारी भी जिलाधिकारी को सौंप दी गई है। राकेश कुमार सिंह मूल रूप से अयोध्या के रहने वाले हैं। गाजियाबाद से पहले वह मुरादाबाद के जिलाधिकारी रह चुके हैं। विकास प्राधिकरणों में काम करने का राकेश कुमार सिंह के पास लंबा अनुभव है। वह यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी के अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी रहे हैं। मुरादाबाद विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष रहे हैं। मुरादाबाद नगर निगम के मुंसिपल कमिश्नर भी रहे हैं।