भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार दिल्ली-NCR में आज आसमान में बादल छाए रहेंगे

Update: 2023-07-31 03:26 GMT

दिल्ली: दिल्ली-NCR में आज आमतौर पर आसमान में बादल छाए रहेंगे और हल्की बारिश या बूंदाबांदी हो सकती है. भारत मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक 31 जुलाई को दिल्ली में अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस तक रह सकता है. 30 जुलाई को दिल्ली में अधिकतम तापमान 35.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 1 डिग्री सेल्सियस ज्यादा रहा. आईएमडी ने आज ओडिशा और झारखंड में अलग-अलग जगहों पर भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना जाहिर की है. इसे देखते हुए इन दोनों राज्यों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है.

आईएमडी ने आज पूर्वी उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, पूर्वी मध्य प्रदेश, उत्तरी छत्तीसगढ़, गांगेय पश्चिम बंगाल, बिहार, पूर्वी अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, कोंकण, गोवा और मध्य महाराष्ट्र में अलग-अलग जगहों पर भारी बारिश होने की संभावना जताई है. इसके अलावा अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में कई जगहों पर बिजली गिरने, तेज आंधी (हवा की गति 30-40 किमी प्रति घंटे) के साथ बारिश होने की संभावना है. जबकि मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, गांगेय पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, मराठवाड़ा, तटीय आंध्र प्रदेश, यनम, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में अलग-अलग स्थानों पर बिजली गिरने के साथ बारिश होने की संभावना है.

आईएमडी के वेदर बुलेटिन के मुताबिक अरब सागर, गुजरात तट, कोमोरिन इलाके और बंगाल की दक्षिण पश्चिम खाड़ी में 45-55 किमी. प्रति घंटे की तेज हवा चल सकती है, जिसकी रफ्तार बढ़कर 65 किमी. प्रति घंटे तक पहुंच सकती है. उत्तरी अंडमान सागर में हवा की गति 40-45 किमी. प्रति घंटे से लेकर 55 किमी. प्रति घंटे तक पहुंच सकती है. इस तूफानी मौसम को देखते हुए मछुआरों को इन इलाकों में नहीं जाने की सलाह दी गई है.

आईएमडी ने कहा कि एक निम्न दबाव का क्षेत्र उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी और उसके आसपास मौजूद है. उत्तर पश्चिम बिहार से निचले क्षोभमंडल स्तर में उस निम्न दबाव क्षेत्र से जुड़े चक्रवाती परिसंचरण तक एक ट्रफ रेखा बनी हुई है. औसत समुद्र तल पर मॉनसून ट्रफ अब अमृतसर, चंडीगढ़, मोरादाबाद, गोरखपुर, पटना, देवघर, दीघा, उत्तर-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी और उसके आसपास के क्षेत्र में निम्न दबाव क्षेत्र के केंद्र से होकर गुजर रहा है और वहां से दक्षिण-पूर्व की ओर पूर्व मध्य बंगाल की खाड़ी तक जाता है. मॉनसून ट्रफ का पश्चिमी छोर अपनी सामान्य स्थिति के उत्तर में है और अगले 2 दिनों के दौरान इसके हिमालय की तलहटी की ओर खिसकने की संभावना है. जबकि पूर्वी छोर अपनी सामान्य स्थिति के दक्षिण में मौजूद है.

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