New Delhi। दक्षिण-पूर्व एशिया में मनमोहक नौकरी के झांसों में आकर साइबर घोटालों का शिकार हुए छह भारतीय नागरिकों को म्यांमार से वापस लाया गया है। म्यांमार में स्थित भारतीय दूतावास के अनुसार, इस नवीनतम ऑपरेशन के साथ, जुलाई 2024 से म्यांमार से बचाए गए भारतीयों की कुल संख्या 101 तक पहुंच गई है।
दूतावास ने साइबर घोटालों से बचने के लिए अपनी एडवाइजरी दोहराते हुए कहा हम मिशन से परामर्श किए बिना क्षेत्र में नौकरी की पेशकश के खिलाफ़ अपनी सलाह दोहराते हैं। विदेश मंत्रालय और म्यांमार में भारतीय मिशन दोनों ने म्यांमार, कंबोडिया और थाईलैंड में फर्जी नौकरियों से संबंधित साइबर घोटालों में वृद्धि को उजा गर करते हुए कई बार एडवाइजरी जारी की है।
इन घोटालों में आमतौर पर विदेशों में भारतीय नागरिकों को आकर्षक रोजगार के वादों के साथ लुभाना शामिल होता है, मगर उन्हें ऐसी नौकरी न देकर कई प्रकार के साइबर अपराधों में शामिल कर लिया जाता है। हाल ही में बचाए गए छह व्यक्तियों में उत्तर प्रदेश के अजय कुमार भी शामिल हैं।
कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार पीड़ितों को म्यांमार-थाईलैंड सीमा पर म्यावड्डी क्षेत्र में ले जाया गया, जो म्यांमार के सुरक्षा बलों के लिए दुर्गम क्षेत्र है, जिससे बचाव कार्य जटिल हो गया। इन चुनौतियों के बावजूद, व्यक्ति स्थानीय अधिकारियों की सहायता से भारतीय दूतावास तक पहुंचने में सफल रहे। विदेश मंत्रालय ने पुष्टि की है कि अब तक कुल 1,600 भारतीय नागरिकों को बचाया गया है, जिनमें से 497 अकेले म्यांमार से हैं। मंत्रालय ने विदेश में भारतीय नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता की भी पुष्टि की है।