Uttar Pradesh उत्तर प्रदेश: रविवार को सहारनपुर रेलवे स्टेशन से वॉशिंग शेड ले जाते समय एक खाली लोकल ट्रेन के तीन डिब्बे पटरी से उतर गए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अंबाला डिवीजन के डिवीजनल रेलवे मैनेजर (डीआरएम) मंदीप सिंह भाटिया ने संवाददाताओं को बताया कि मेमू ट्रेन memu train खाली थी और कोई हताहत नहीं हुआ। डीआरएम ने कहा, "यह घटना वॉशिंग लाइन पर दोपहर करीब 3 बजे हुई। इस वजह से मुख्य लाइन पर ट्रेन यातायात प्रभावित नहीं हुआ। हम पटरी से उतरने के कारणों की जांच कर रहे हैं और ट्रैक को ठीक किया जा रहा है।बता दें कि रविवार की दोपहर 12:30 बजे रेलवे स्टेशन पर उस वक्त की धीमी गति से चलने वाली ट्रेन की गति धीमी हो गई, जब स्टेशन से कुछ ही दूरी पर मेमू ट्रेन की चार बोगियां दुर्घटनाग्रस्त हो गईं और दूसरे सिरे पर ट्रेन की इंजन से टकरा गईं। जिससे रेल यातायात बाधित हो गया है. जो कि अंबाला और दिल्ली से आने वाले स्कोट्स को कुछ देर के लिए अन्य चिकित्सकों पर लाभ प्रदान करता है।
पता चला कि दुर्घटना शांति के दौरान ऐसा हुआ है। शंटिंग के दौरान ट्रेन की गति अधिक रही हो या फिर ब्रेक सिस्टम में कोई खराबी न हो। ऐसा भी हो सकता है कि पटरी खुली न हो या फिर पटरी में कोई दरार न आ गई हो जिसके कारण रेल पटरी से उतर गई हो। शंटिंग के दौरान ड्राइवर या अन्य स्टाफ की ओर से कोई त्रुटि हो गई। रेलवे के अधिकारी रेलवे ट्रैक पर पहुंच गए हैं और ट्रेन दुर्घटनाग्रस्त होने का काम जारी है। दुर्घटना के अवशेषों की जांच भी जारी है।
दुर्घटना की जानकारी संपर्क ही कांग्रेस न्यूनतावादी मुस्लिम मसूद तक पहुंच गया। इस हादसे को लेकर परमाणु हथियारबंद रेल मंत्री ने कहा है कि देश में लगातार रेल हादसे हो रहे हैं। उन्होंने रेल मंत्री से इस मामले में चयन के बारे में विचार किया और रेल सुरक्षा के उपाय की मांग की। इस दुर्घटना की गहन जांच की जानी चाहिए ताकि दुर्घटना के दोषों का पता लगाया जा सके और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जा सके। रेलवे को यात्रियों की सुरक्षा के लिए कठोर कदम उठाना चाहिए। इसमें ट्रैक की नियमित जांच, सिग्नल सिस्टम की परत और ट्रिक की नियमित जांच शामिल है। रेलवे कर्मचारियों को नियमित रूप से प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए ताकि वे किसी भी तरह की आपत्ति की स्थिति से शुरुआत में सक्षम न हों। यात्रियों को रेल यात्रा के दौरान सुरक्षा के रखरखाव की सलाह दी जानी चाहिए।