निमोनिया पीड़ित10 बच्चे रोज भर्ती हो रहे, ठंड लगने से बच्चों में दस्त की परेशानी भी देखने को मिल
गाजियाबाद न्यूज़: ठंड बढ़ने के साथ बच्चों में बुखार, खांसी और पेट दर्द की समस्या बढ़ गई हैं. ठंड लगने से बच्चों में दस्त की परेशानी भी देखने को मिल रही हैं. सर्दी का प्रकोप इस कदर है कि दोनों बड़े सरकारी अस्पतालों की ओपीडी में प्रतिदिन 25 मरीज निमोनिया की शिकायत के पहुंच रहे हैं. इनमें से 10 बच्चों को अस्पताल में भर्ती करना पड़ रहा हैं.
एमएमजी और संयुक्त जिला अस्पताल की बाल रोग ओपीडी में 350 से ज्यादा बच्चों को देखा गया. अकेले एमएमजी अस्पताल में 185 बच्चों की उपचार किया गया. इनमें अधिकांश सर्दी, जुकाम, खांसी और बुखार के हैं. दोनों अस्पतालों में रोजाना 25 से 30 बच्चे निमोनिया के भी आ रहे हैं. इनमें 10 मरीजों को हर रोज भर्ती किया जा रही हैं.
एमएमजी अस्पताल के वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. विपिन चंद्र उपाध्याय का कहना है कि बच्चों के मामले में लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए. बच्चों को कपड़ों के नीचे एक हाफ बाजू का स्वेटर पहनाना चाहिए. इससे बच्चों को सीने पर सीधी हवा नहीं लगती है और शरीर गरम बना रहता है. बच्चों को भी गरम पानी पिलाना चाहिए. यदि बच्चों को सर्दी लग गई है और जुकाम या खांसी की शिकायत है तो तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए. डा. विपिन बताते है कि इन दिनों अस्थमा और एलर्जी के मरीज भी बढ़े हैं. ऐसे में बच्चों को ठंड से बचाकर रखना चाहिए.
इन बातों का ध्यान रखें:
● बच्चों को बाहर की चीजें ना खाने दें.
● गर्म पानी पिलाएं.
● हाथ-पैर को ढकने वाले पूरे गर्म कपड़े पहनाएं.
● ठंड में खेलने से बच्चों को रोकें.
● खाने में ठंडी चीजों को सेवन ना करने दें.