ये क्या! इस देश में 50 लाख से ज्यादा लोगों ने नहीं लगवाया कोरोना वैक्सीन का दूसरा टीका, वजह हैरान कर देगी

लाखों लोग कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज छोड़ रहे हैं.

Update: 2021-04-27 08:19 GMT

अमेरिका में लाखों लोग कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज छोड़ रहे हैं.अमेरिकी सरकार इसे कम करने का प्रयास कर रही है लेकिन अमेरिकी लोग दूसरे डोज से बचने की कोशिश कर रहे हैं. ये मामला सबसे ज्यादा फाइजर और मॉडर्ना की वैक्सीन की दूसरी डोज के साथ देखने को मिल रहा है. 50 लाख से ज्यादा लोगों ने कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज छोड़ दी है. यानी वैक्सीन लगवाने वाले कुल लोगों में से 8 फीसदी लोग ऐसे हैं जो दूसरी डोज छोड़ रहे हैं. 

वैक्सीन की दूसरी डोज छोड़ने वाले लोगों में वही लोग शामिल हैं जिन्होंने फाइजर और मॉडर्ना की वैक्सीन की पहली डोज ले ली है. ये आंकड़ा जारी किया है कि अमेरिका के सेंटर्स फॉर डिजीस कंट्रोल एंड प्रिवेंशन ने. अब अमेरिकी प्रशासन के अधिकारी इस बात के जुगाड़ में लगे हैं कि लोग आकर दूसरी डोज लगवाएं.
वैक्सीन की दूसरी डोज छोड़ने के पीछे लोग अलग-अलग तरह के कारण बता रहे हैं. ज्यादातर लोगों को फाइजर और मॉडर्ना की वैक्सीन के साइड इफेक्ट का डर है. वो इसलिए डरे हैं कि दूसरी डोज के बाद कहीं हालत न खराब हो जाए. कुछ लोगों को फ्लू जैसे लक्षण दिख रहे हैं. कुछ लोगों का कहना है कि एक ही डोज के बाद वो सुरक्षित महसूस कर रहे हैं. 
अमेरिका के लोगों में ऐसे एटीट्यूड की उम्मीद की जा सकती है. दूसरी सबसे बड़ी बात ये है कि अमेरिका में कई वैक्सीन प्रदाताओं ने दूसरी डोज का एप्वाइंटमेंट ही रद्द कर दिया है. क्योंकि उनके पास वैक्सीन की डोज की कमी है. या फिर उनके पास सही कंपनी की वैक्सीन डोज उपलब्ध नहीं है. 
अमेरिका में सबसे ज्यादा वैक्सीन देने वाली कंपनी वॉलग्रीन्स ने फाइजर और मॉडर्ना की वैक्सीन की पहली डोज लेने वाले लोगों को वापस भेज दिया है. क्योंकि सेकंड डोज उसके पास है नहीं. उसने कहा कि लोग दूसरी फार्मेसी में जाकर वैक्सीन लगवा सकते हैं. वॉलग्रीन्स के कई उपभोक्ताओं को सही वैक्सीन की दूसरी डोज नहीं मिल रही है. इसलिए लोग दूसरी डोज छोड़ दे रहे हैं. 
पब्लिक हेल्थ से संबंधित अधिकारियों का कहना है कि अब लोगों को दूसरी डोज के लिए वापस बुलाना कठिन हो रहा है. क्योंकि लोग साइड इफेक्ट से डरे हुए हैं. कुछ कहते हैं कि वो पहली डोज के बाद ही सुरक्षित हैं. जबकि कई जगहों पर सही वैक्सीन की दूसरी डोज उपलब्ध ही नहीं है. इस वजह से लोग दूसरी डोज लेने से बच रहे हैं. 
अरकंसास और इलिनॉय में स्वास्थ्य अधिकारियों ने टीम बनाकर लोगों को बुलाकर कॉल करना शुरू कर दिया है. लोगों को फोन से कॉल करके, मैसेज करके, ईमेल ये या पत्र के जरिए दूसरे डोज के लिए बुलाया जा रहा है. पेंसिलवेनिया में प्रशासन प्रयास कर रहा है कि कॉलेज स्टूडेंट्स कम से कम अपनी दूसरी डोज को लगवा लें. कैरोलिना ने हजारों डोज मंगवा लिए हैं जहां दूसरी डोज के लिए लोगों को बुलाया जा रहा है.
स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी लगातार लोगों को समझा रहे हैं कि अगर एक डोज छोड़ देंगे तो शरीर में प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाएगी. इसलिए दोनों डोज लेना जरूरी है. ताकि आप कोरोना से संघर्ष कर सकें. नए वैरिएंट्स के संक्रमण से बचे रहें. सिंगल डोज से थोड़ी सुरक्षा ही मिलती है. यह भी तय नहीं है कि कितने समय तक पहले डोज का असर रहेगा. 
पेंसिलवेनिया यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर और FDA के सदस्य डॉ. पॉल ऑफिट ने कहा कि लोगों द्वारा कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज मिस करने से कोरोना की लहर खत्म न होने का डर है. क्योंकि अमेरिका में सिर्फ एक वैक्सीन है जिसकी सिंगल डोज दी जा रही है. इस वैक्सीन को बनाया है जॉनसन एंड जॉनसन ने. लेकिन इसे लगाने का काम रुक गया है क्योंकि इसके लगने के बाद खून के थक्के जमने की बात सामने आ रही थी. 
CDC ने बताया कि फाइजर वैक्सीन की पहली डोज 14 मार्च को दी गई थी. मॉडर्ना वैक्सीन की पहली डोज 7 मार्च को दी गई थी. इसके बाद दूसरी डोज का समय 9 अप्रैल के आसपास था. लेकिन पहली डोज लेने के बाद दूसरी डोज के लिए लोग आ ही नहीं रहे हैं. सिर्फ कुछ लोग ही ऐसे हैं जो दूसरी डोज के लिए खुद से आगे आ रहे हैं. 


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