बिहार में कोरोना की दूसरी लहर, जिसे नियंत्रित करने के लिए 531 पीएचसी से होगी 300 सैंपल की जांच
पीएचसी में गठित जांच दल द्वारा प्रतिदिन एक पंचायत के किसी एक गांव का चयन किया जाएगा
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। बिहार में कोरोना की दूसरी लहर को नियंत्रित करने और जांच की संख्या बढ़ाने को लेकर सभी प्राथमिक चिकित्सा केंद्रों (पीएचसी) को 300 सैंपल की जांच प्रतिदिन करने का लक्ष्य दिया गया है। राज्य के सभी 531 पीएचसी के माध्यम से इस लक्ष्य को हासिल किया जाएगा। यह लक्ष्य जिला एवं रेफरल अस्पतालों में होने वाले कोरोना की जांच से अलग है।
विभागीय सूत्रों के अनुसार पीएचसी स्तर पर गठित जांच दल द्वारा एंटीजन टेस्ट के माध्यम से जांच कर उसकी सूचना प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के माध्यम से जिला सिविल सर्जन को उपलब्ध कराएंगे। सिविल सर्जन द्वारा प्रतिदिन कोरोना की हो रही जांच की सभी पीएचसी स्तर पर समीक्षा की जाएगी। सूत्रों ने बताया कि विभाग के स्तर पर लगातार राज्य में हो रहे कोरोना की जांच की समीक्षा भी की जा रही है।
जांच दल गांव व पंचायतों और हाट-बाजारों में करेगी जांच
जानकारी के अनुसार पीएचसी में गठित जांच दल द्वारा प्रतिदिन एक पंचायत के किसी एक गांव का चयन किया जाएगा और वहां संक्रमित व्यक्तियों को चिन्हित कर उसकी जांच की जाएगी। बुजुर्गों, महिलाओं एवं दूसरे राज्यों से आने वाले व्यक्तियों की प्राथमिकता के आधार पर जांच की जाएगी।
सूत्रों ने बताया कि विभिन्न जिलों में जांच के निर्धारित लक्ष्य को हासिल करने के लिए पूर्व में गठित मेडिकल टीमों को पुन: सक्रिय कर दिया गया है। किसी दिन चयनित गांव में तीन सौ से कम जांच होने पर ग्रामीण हाट व बाजारों में भी कोरोना के लक्षण युक्त व्यक्तियों की जांच की जा रही है।
शनिवार को हुई 1.36 लाख सैंपल की जांच
बिहार में छठ पूजा के बाद एक लाख से अधिक सैंपलों की जांच प्रतिदिन की जा रही है। शनिवार को 1.36 लाख, शुक्रवार 1.36 लाख, गुरुवार को 1.35 लाख व बुधवार को 1.31 लाख सैंपल की कोरोना जांच की गयी। विभागीय सूत्रों ने बताया कि कोरोना जांच की संख्या एक लाख से अधिक किए जाने को लेकर सभी जिलों को जांच किट उपलब्ध कराया जा चुका है।