नई दिल्ली: कोरोना वायरस संक्रमण (Coronavirus Infection) का पता लगाने के लिए, आरटी-पीसीआर टेस्ट (RTPCR) पर ही सबसे ज्यादा भरोसा किया जाता है. लेकिन टेस्ट की रिपोर्ट आने में काफी समय लगता है. चीन ने इस समस्या का हल निकालते हुए Covid-19 को टेस्ट करने के लिए अनोखा टेस्टिंग सिस्टम डेवलप किया है.
इस टेस्टिंग सिस्टम की खास बात यह है कि इसमें टेस्ट के नतीजे महज 4 मिनट में ही सामने आ जाते हैं. दावा किया जा रहा है कि इस टेस्ट के जरिए आने वाले नतीजे RTPCR टेस्ट की तरह ही सटीक होते हैं.
द हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक, नेचर बायोमेडिकल इंजीनियरिंग (Nature Biomedical Engineering) जर्नल में सोमवार को प्रकाशित हुए एक पीयर-रिव्यू आर्टिकल में, शोधकर्ताओं की टीम का कहना है कि स्वैब से जेनेटिक मटेरियल का विश्लेषण करने के लिए माइक्रोइलेक्ट्रॉनिक्स का इस्तेमाल करने वाला उनका सेंसर, कोविड लैब में किए जाने वाले पीसीआर टेस्ट में लगने वाले समय को कम कर सकता है.
शंघाई में फुडन युनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं द्वारा बनाया गया डिवाइस, स्वैब सैंपल में जेनेटिक मेटीरियल का पता लगाने और इसे इलेक्ट्रिकल सिगनल में बदलने के लिए, माइक्रोइलेक्ट्रॉनिक्स के साथ डीएनए के छोटे मैकेनिकल कंपोनेंट का इस्तेमाल करता है. यह डिवाइस कंप्यूटर या स्मार्टफोन से जुड़ा होता है, जहां टेस्ट के नतीजे दिखते हैं.
शोधकर्ताओं ने कहा कि उनका तरीका तेज है, चलाने में आसान है, साथ ही काफी संवेदनशील और पोर्टेबल भी है. उनके ट्रायल में शंघाई से कोरोना वायरस से संक्रमित 33 लोगों के सैंपल लिए गए थे. साथ ही, इसका पीसीआर टेस्ट भी किया गया था. उनके टेस्टिंग सिस्टम के नतीजे भी पीसीआर टेस्ट के नतीजों से पूरी तरह से मेल खाते थे.
शोधकर्ताओं का कहना है कि यह टेस्टिंग सिस्टम डेवलप होने के बाद, इसका इस्तेमाल हवाई अड्डों, स्वास्थ्य सुविधाओं और घर पर, जल्द नतीजे पाने के लिए किया जा सकता है. इतना ही नहीं, शोधकर्ताओं का दावा है कि इस डिवाइस से दूसरी बीमारियों का भी पता लगाया जा सकता है.