द एसोसिएटेड प्रेस (AP) के मुताबिक भारतीय शोधकर्ताओं ने इस डबल म्यूटेंट भारतीय कोरोना वैरिएंट (Double Mutant Indian Corona Variant) की खोज एक महीने पहले ही की थी. सिंतबर तक भारत में कोरोना के केस कम हो रहे थे. लेकिन सर्दियों में ये बढ़ने लगे थे. भारत में कोरोना की दूसरी लहर आ रही है. ये भयावह होती दिख रही है. अब हर दिन एक लाख केस सामने आ रहे हैं.
भारतीय कोरोनावायरस वैरिएंट डबल म्यूटेशन कर चुका है. यानी ये ज्यादा खतरनाक और संक्रामक है. इस समय दुनिया में चार वैरिएंट पहले से मौजूद है. पहला वुहान कोरोनावायरस वैरिएंट (Wuhan Coronavirus Variant) यानी जिसने सबसे पहले लोगों को बीमार करना शुरू किया. इसी ने साल 2020 में महामारी का रूप लिया.
इसके बाद आया ब्रिटेन का वैरिएंट (Britain Variant), फिर दक्षिण अफ्रीकी वैरिएंट (South African Variant). इसके बाद आया ब्राजील का वैरिएंट (Brazilian Corona Variant). अब पांचवां आ गया है भारतीय कोरोनावायरस वैरिएंट (Indian Coronavirus Variant). ब्रिटेन, साउथ अफ्रीका और ब्राजील के वैरिएंट्स को साइंटिस्ट खतरनाक और चिंता की वजह बता रहे थे.
अब भारतीय वैरिएंट को भी इसी कैटेगरी में डाला जा रहा है. भारतीय वैरिएंट को भी इंडियन साइंटिस्ट खतरना बता रहे हैं. AP में प्रकाशित खबर के अनुसार सेंटर फॉर सेल्यूलर एंड मॉलीक्यूलर बायोलॉजी के निदेशनक डॉ. राकेश मिश्रा कहते हैं कि भारतीय कोरोनावायरस वैरिएंट ने अपने स्पाइक प्रोटीन में दो बार म्यूटेशन किया है. यानी जिस बाहरी कंटीली परत के सहारे कोरोनावायरस शरीर की कोशिकाओं में प्रवेश करता है, वह और मजबूत हो गया है.
ब्राजील, ब्रिटेन और दक्षिण अफ्रीका के वैरिएंट भारत में 30 दिंसबर तक किए गए जीनोम सिक्वेंसिंग के 11 हजार सेंपल में से 7 फीसदी थे. इसमें सबसे खतरनाक और संक्रामक ब्रिटेन का कोरोना वैरिएंट है. लेकिन भारतीय कोरोना वैरिएंट इससे ज्यादा संक्रामक और खतरनाक हो सकता है. क्योंकि इसने दो बार म्यूटेशन किया है. यह इंसान के शरीर में प्रवेश करके बीमार करके और तेजी से दूसरे के शरीर में जा सकता है.
स्वास्थ्य मंत्रालय की माने तो महाराष्ट्र में अभी जितने कोरोना केस सामने आ रहे हैं, उनमें 15 से 20 फीसदी केस नए भारतीय कोरोना वैरिएंट (New Indian Corona Variant) के हैं. भारत की आर्थिक राजधानी वारा राज्य इस समय कोरोना के चपेट में सबसे ज्यादा है. भारत में जितने भी कोरोना केस सामने आ रहे हैं, उनमें से 60 फीसदी महाराष्ट्र में ही हैं.
अब डबल म्यूटेशन वाला नया भारतीय कोरोना वैरिएंट (Double Mutant Indian Corona Variant) सिर्फ महाराष्ट्र में ही नहीं, देश के कुछ अन्य राज्यों में भी मिला है. इसकी वजह से कोरोना की दूसरी लहर की चिंता सता रही है. माना जा रहा है कि कोरोना की दूसरी लहर ज्यादा जानलेवा, खतरनाक और संक्रामक हो सकती है.