30 सेकंड में कोरोना का अंत: वैज्ञानिक मान रहे बड़ी सफलता, जानें कैसे?

कोरोना संक्रमण से इस समय पूरी दुनिया जूझ रही है, वैक्सीन बनाने के लिए वैज्ञानिक दिन-रात एक किये हुए हैं

Update: 2020-11-12 01:09 GMT

फाइल फोटो 

कोरोना संक्रमण से इस समय पूरी दुनिया जूझ रही है. वैक्सीन बनाने के लिए वैज्ञानिक दिन-रात एक किये हुए हैं. ऐसे में एक शोध से पता चला है​ कि प्लाज्मा जेट 30 सेकंड से भी कम समय में कोरोना के वायरस को मार सकता है.

शोधकर्ताओं ने थ्री-डी प्रिंटर से प्रेशर प्लाज्मा जेट का स्प्रे बनाया है, जिसका प्रयोग सफल रहा. इस शोध के बाद एक उम्मीद जाग गई है कि जेट प्लाज्मा कोरोना के खिलाफ इस लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है.

अमेरिका के लॉस एंजेलिस स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया में किये गये शोध में पता चला है कि प्लाज्मा जेट धातु, चमड़े और प्लास्टिक की सतह पर मौजूद कोरोना वायरस को 30 सेकंड से भी कम समय में मार सकता है. इस शोध को कोरोना के खिलाफ लड़ी जा रही जंग में महत्वपूर्ण सफलता माना जा रहा है.

शोधकर्ताओं ने कोरोना वायरस को मारने के लिए थ्री-डी प्रिंटर प्रेशर प्लाज्मा जेट का स्प्रे बनाया है. जब इस स्प्रे को प्लास्टिक, धातु, कार्ड बोर्ड और लेदर (बास्केटबॉल, फुटबॉल और बेसबॉल) आदि की सतहों पर प्रयोग किया गया तो पाया कि इनकी सतहों पर मौजूद कोरोना वायरस को तीन मिनट से भी कम समय में मार दिया, जिसमें से अधिकांश वायरस को मारने में 30 सेकंड से भी कम का समय लिया.

इस स्प्रे का मुंह पर लगाने वाले मास्क पर जब प्रयोग किया गया तो पाया गया कि ये स्प्रे मास्क पर भी समान रूप से काम करता है. 'फिजिक्स ऑफ फ्लूड्स' नाम के जर्नल में प्रकाशित इस शोध के बारे में बताया गया है कि प्लाज्मा जेट चार बुनियादी अवस्थाओं में से एक है. स्थिर गैस को गर्म करके या इलेक्ट्रोमैग्नेटिक फील्ड के संपर्क में लाकर इसे बनाया जा सकता है.

जून में ये शोध किया गया था, जिसमें इसका प्रयोग धातु, चमड़े और प्लास्टिक की सतहों पर मौजूद कोरोना वायरस जैसे विषाणुओं पर किया गया. इस शोध में पाया गया कि कोल्ड प्लाज्मा ने 30 सेकंड से भी कम समय में इस वायरस को खत्म कर दिया.

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