COVID-19: भारत में अगले साल से मिलने लगेगा सिंगल डोज वैक्सीन, दो ड्रॉप नाक में डाले जाएंगे

फाइजर के बाद मॉडर्ना के इस एलान के बाद ऐसा माना जा रहा है कि अमेरिका दिसंबर में इन दोनों वैक्सीन को मंजूरी दे सकता है

Update: 2020-11-17 13:35 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। कोरोना वैक्सीन से जुड़ी बड़ी जानकारी सामने आयी है. कोरोना वैक्सीन पर ट्रायल कर रही कंपनी भारत बायोटेक ने कहा है कि अगले साल सिंगल डोज वैक्सीन मिलने लगेगी. वैक्सीन के दो ड्रॉप नाक में डाले जाएंगे. ICMR के साथ काम कर रही भारत बायोटेक का दावा है कि अगले साल से वैक्सीन मिलने लगेगी.


मॉडर्ना का दावा- कोरोना वायरस से बचाव में 94.5% प्रभावी है हमारी वैक्सीन

मेरिका की मॉडर्ना इंक (Moderna Inc.) ने भी जानलेवा कोरोना वायरस की वैक्सीन बना लेने का एलान किया है. मॉडर्ना ने दावा किया है कि उनकी वैक्सीन संक्रमण के बचाव में 94.5% प्रभावी साबित हुई है. अमेरिका की यह दूसरी कंपनी है, जिसने कोरोना वैक्सीन के ट्रायल में सफलता की घोषणा की है. इससे पहले फाइजर ने एलान किया था कि उसकी वैक्सीन कोरोना संक्रमण के बचाव में 90 प्रतिशत असरदार है.


फाइजर के बाद मॉडर्ना के इस एलान के बाद ऐसा माना जा रहा है कि अमेरिका दिसंबर में इन दोनों वैक्सीन को मंजूरी दे सकता है. बताया जा रहा है कि मॉडर्ना ने अपनी वैक्सीन के 6 करोड़ डोज तैयार कर दिए हैं. हालांकि, अभी इन दोनों कंपनियों की तरफ से किए गए दावों की जांच होनी है और ये देखा जाना बाकी है कि ये वैक्सीन कितने सुरक्षित हैं.


वैक्सीन आने के बावजूद कोरोना वायरस संक्रमण अपने आप नहीं रुकेगा- WHO

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने एक ऐसी बात कही है जो लोगों की इस उम्मीद को कुछ कम कर सकती है. डब्ल्यूएचओ प्रमुख टेड्रोस अधानोम घेब्रियेसिस ने चेताया है कि वैक्सीन आने के बाद भी वो इस कोरोनावायरस महामारी को अपने आप रोकने में कामयाब नहीं हो सकेगी.


टेड्रोस ने सोमवार को कहा है कि वैक्सीन आने के बाद वो हमारे पास मौजूद अन्य माध्यमों को मजबूत तो करेगी लेकिन उन्हे रिप्लेस नहीं कर पाएगी. डबल्यूएचओ डायरेक्टर-जनरल ने साफ साफ कहा कि एक वैक्सीन सिर्फ अपने दम पर महामारी को रोक नहीं पाएगी.

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