कोरोना की विवादास्पद तरीके से जांच, प्राइवेट पार्ट से लिया जाएगा सैंपल, मचा बवाल
इनमें एक 26 साल की महिला भी शामिल थी.
बीजिंग: बीजिंग शीतकालीन ओलंपिक (2022 Winter Olympics) शुरू होने से ठीक दो सप्ताह पहले चीन ने ओमिक्रॉन वैरिएंट को लेकर सख्ती बरतनी शुरू कर दी है. यहां अब एक बार फिर एनल स्वाब (Anal Swab) यानी गुदा से नमूने लेने के विवादास्पद नियम को लागू कर दिया गया है. चीनी समाचार पत्र 'द बीजिंग न्यूज' के अनुसार, बीजिंग में एक अपार्टमेंट में कम से कम 27 लोगों के नमूने मलद्वार से लिए गए. इनमें एक 26 साल की महिला भी शामिल थी.
गुदा परीक्षण के तहत मलाशय में दो इंच (5 सेमी) तक एक टेस्टिंग किट को डाला जाता और इसे कई बार घुमाया जाता है. लैब में जांच करने से पहले स्वाब को हटा दिया जाता है. चीनी डॉक्टरों का मानना है कि इस तरीके से कोरोना की ज्यादा सटीक जांच होती है.
चीन के हेल्थ एक्सपर्ट्स का मानना है कि कुछ बिना लक्षण वाले कोरोना मरीज जल्दी ठीक हो जाते हैं. उनके गले या नाक में 3 से 5 दिन बाद वायरस नहीं मिलता, लेकिन वायरस उनके शरीर में मौजूद रहता है. इसलिए मलद्वार से लिए गए नमूनों की जांच करने पर कोविड वायरस आसानी से पहचाना जा सकता है. एनल स्वैब से कोरोना वायरस की मौजूदगी ज्यादा पुख्ता और सटीक होती है. यह तरीका गले या नाक की स्वैब टेस्टिंग से ज्यादा संवेदनशील है. इससे ज्यादा आसानी ये पता चलता है कि कोई इंसान कोरोना संक्रमित है या नहीं.
कोरोना की दहशत के बीच अब सिर्फ चुनिंदा दर्शकों को ही स्टेडियम में जाने की अनुमति दी जाएगी, क्योंकि देश में कोरोना मामलों की संख्या मार्च 2020 के बाद से अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है. चीन ने इस सप्ताह की शुरुआत में ओलंपिक के लिए आम दर्शकों के लिए टिकटों की बिक्री रद्द कर दी. ओलंपिक मशाल रिले को भी आम जनता से दूर रखा गया है.
2022 शीतकालीन ओलंपिक आगामी 4 से 20 फरवरी 2022 तक चीन की राजधानी बीजिंग समेत उसके पड़ोसी शहरों यानकिंग और चोंगली के नजदीक स्थानों पर होने वाला है.
सिन्हुआ समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, 15 जनवरी को पहला ओमिक्रॉन केस आने के बाद बीजिंग में सख्त लॉकडाउन लगा दिया गया है. साथ राजधानी में 11 कोविड मामलों की पुष्टि हुई है. वहीं, ओमिक्रॉन मामले की पुष्टि होने पर हैडियन जिले के आवासीय क्षेत्र को बंद कर दिया गया है, जिसमें लोगों को अंदर और बाहर जाने से रोकने के लिए कड़ी पाबंदियां लगाई गई हैं.
चीन में 'जीरो कोरोना पॉलिसी' लागू है यानी कोरोना का एक मरीज मिलने पर भी सख्त से सख्त लॉकडाउन लगाने का प्रावधान है. इस दौरान लोगों को घरों में ही कैद रहना होता है. अब ओलंपिक के दौरान किसी भी तरह की लापरवाही के चलते चीन की प्रतिष्ठा कम न हो, इसलिए गुदा स्वाब का नियम लागू कर दिया गया है.