जन्मजात मोतियाबिंद से जूझ रही थी बच्ची, जिला चिकित्सालय में हुआ सफल ऑपरेशन

दुर्ग। जन्मजात मोतियाबिंद से ग्रसित कु. दामिनी पारधी पिता प्रेमलाल पारधी ग्राम कलंकपुर जिला बालोद (छ.ग.) का मोतियाबिंद ऑपरेशन जिला नोडल अधिकारी (अंधत्व) डॉ. संगीता भाटिया के निर्देशन नेत्र सर्जन डॉ कल्पना जैफ द्वारा 05/01/2024 को किया गया।  इस ऑपरेशन को सफल बनाने के लिए पूरी ऑख ओ.टी. टीम की इंचार्ज सिस्टर आशा भट्ट, नेत्र …

Update: 2024-01-08 21:12 GMT

दुर्ग। जन्मजात मोतियाबिंद से ग्रसित कु. दामिनी पारधी पिता प्रेमलाल पारधी ग्राम कलंकपुर जिला बालोद (छ.ग.) का मोतियाबिंद ऑपरेशन जिला नोडल अधिकारी (अंधत्व) डॉ. संगीता भाटिया के निर्देशन नेत्र सर्जन डॉ कल्पना जैफ द्वारा 05/01/2024 को किया गया। इस ऑपरेशन को सफल बनाने के लिए पूरी ऑख ओ.टी. टीम की इंचार्ज सिस्टर आशा भट्ट, नेत्र सहायक अधिकारियों की टीम माया देवी लहरे, शत्रुहन सिन्हा, दुर्गा सिन्हा, सिस्टर टीम संध्या पांडे, किरण वर्मा, प्रिया चंद्राकर, इंदु सिस्टर एवं माधवी सिस्टर, साथ ही राजू डग्गर, संजय यादव एवं स्वाति दीदी सभी ने अपनी ड्यूटी बखूबी निभाई, जिसके चलते बच्ची अब अच्छे से देख पा रही है।

पहली बार यह मरीज कु. दामिनी अपनी परेशानी को लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कलंगपुर पहुंचकर नेत्र सहायक अधिकारी जयपाल सिंह के पास नेत्र जांच करवाया। स्थिति मालूम हुआ कि बच्ची अपने बायी आंख से बिल्कुल भी देख नहीं पा रही थी क्योंकि से जन्मजात मोतियाबिंद है। उन्होंने तुरंत मोतियाबिंद का ऑपरेशन कराने की सलाह दी और प्रारंभिक जांच कर जिला चिकित्सालय बालोद के सहायक नोडल (अंधत्व) अनिल कुमार सिन्हा के निर्देशन में दामिनी को जिला चिकित्सालय दुर्ग ऑपरेशन के लिए भेज दिया गया। बालोद जिले के नेत्र सहायक अधिकारी जयपाल सिंह एवं अनिल सोनी ने इस बच्ची के मोतियाबिंद ऑपरेशन करने के लिए अपना भरपूर सहयोग प्रदान किया।

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