रायपुर: छत्तीसगढ़ मिलेट कार्निवाल के पहले दिन राजधानी रायपुर का नेताजी सुभाष स्टेडियम मिलेट्स के स्वादिष्ट व्यंजनों की खुशबू से महक उठा। यहां भारत की नामी शेफ गुंजन गोएला ने स्वाद और सेहत से भरपूर मिलेट के स्वादिष्ट व्यंजन बनाना सिखाया और दर्शकों को खिलाया। उन्होंने बाजरे, मटर और पुदीने का सूप, बाजरे की खिचड़ी और बाजरे की रोटी, गुड़ चूरमा के साथ बनाकर खिलाया। मिलेट्स के व्यंजन चखकर लोगों ने जाना कि बाजरे के सूप, रोटी और खिचड़ी में भी स्वाद और सेहत का खजाना छुपा है। इस बीच शेफ गुंजन गोएला ने लोगों के प्रश्नों के उत्तर भी दिए और मिलेट को लेकर उनकी शंकाओं का समाधान किया।
शेफ गुंजन गोएला ने कहा कि भारत में पाक विद्या की समृद्ध संस्कृति रही है। जिस पर युवा पीढ़ी को रिसर्च करने की जरूरत है। मिलेट्स हमारा प्राचीन भोजन रहा है, जिसे हम फिर अपना कर भारत को भविष्य के सुपर फूड से समृ़द्ध बना सकते हैं। इससे हम अपनी सेहत के साथ किसानों की भी मदद कर सकते हैं। मिलेट्स पौष्टिकता से भरपूर होते हैं और जल्दी उगते हैं। उन्होंने कहा कि खाने के पहले यह जान लेना चाहिए कि मिलेट्स क्यों और कैसे खाया जाए। उन्होंने बताया कि मिलेट्स में हाई फाइबर और पोषक तत्व होते हैं। इसलिए उन्हें पकाने में अधिक पानी का उपयोग करना चाहिए । ेधीरे-धीरे अपने खाने में मिलेट्स को शामिल करें तो एक समय खाने का 80 प्रतिशत हिस्से में मिलेट्स शामिल हो जाएगा। डायबिटीज और हार्ट पेशेंट के लिए यह बहुत फायदेमंद है क्योंकि इसका गाइसीमिक इंडेक्स लो रहता है और इसमें स्टार्च कम होता है।
दर्शकों के सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने बताया कि किडनी के पेशेंट कोदो, सावा खा सकते हैं, इसे बनाने में घी कम उपयोग होता है। उन्होंने बताया कि सावा से अच्छा दोसा बनाया जा सकता है। पफ मिलेट्स की भेलपूरी बनाई जा सकती है। मिलेट्स से पेनकेक, शेक और केक भी बनाए जा सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ राज्य लघुवनोपज संघ और आईआईएमआर हैदराबाद के संयुक्त तत्वाधान में तीन दिवसीय मिलेट कार्निवाल का आयोजन किया जा रहा है। इस अनूठे कार्निवाल में मिलेट फूड कोर्ट भी लगाया गया है जहां नागरिक मिलेट के स्वादिष्ट व्यंजनों का स्वाद ले सकते हैं। मिलेट कार्निवाल का उद्देश्य मिलेट को लोगों के दैनिक आहार में शामिल करने तथा इसके पोषक मूल्य के प्रति जनजागरूकता लाना है।