Korea. कोरिया। छत्तीसगढ़ की विष्णु सरकार ने किसानों की खुशहाली और आत्मनिर्भरता को प्राथमिकता देते हुए धान खरीदी में एक बार फिर इतिहास रच दिया है। इस वर्ष प्रति क्विंटल धान का समर्थन मूल्य 3100 रुपये तय किया गया है, जो देश में सबसे अधिक है। इसके साथ ही, सरकार ने प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान खरीदने की सुविधा देकर किसानों को बड़ी राहत दी है। ग्राम सरडी के किसान रमेश दुबे ने बताया कि उन्होंने इस वर्ष 200 क्विंटल धान बेचा है। रमेश ने कहा, “पिछले साल ‘कृषक योजना’ के तहत मिले 1.80 लाख रुपये से हमने एक ट्रैक्टर खरीदा और खेत में दो बोरवेल भी लगवाए। इस बार भी योजना से मिलने वाली राशि से एक और बोरवेल लगवाने और एक ट्रैक्टर खरीदने की योजना है। विष्णु सरकार की नीति ने हमारी खेती और जीवन को बदल दिया है। अब हम केवल आत्मनिर्भर ही नहीं, बल्कि बेहतर भविष्य की ओर बढ़ रहे हैं।” उन्नति
इसी तरह, बैकुंठपुर विकासखंड के ग्राम खरवत के किसान चन्द्रप्रकाश राजवाड़े ने भी इस कदम को ऐतिहासिक बताते हुए कहा, “धान की खरीदी के लिए केंद्रों पर सभी व्यवस्थाएं पारदर्शी और सुव्यवस्थित हैं। बारदाना की उपलब्धता, तौल में पारदर्शिता और समय पर भुगतान से हमें किसी भी तरह की परेशानी नहीं हो रही। कृषक उन्नति योजना से मिलने वाली राशि ने हमारे परिवार के लिए आर्थिक सुरक्षा और सम्मान की राह खोल दी है।” धान खरीदी प्रक्रिया में जिला प्रशासन की सक्रियता और योजना के सफल क्रियान्वयन ने किसानों का विश्वास मजबूत किया है। खरीदी केंद्रों पर किसानों को किसी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए सरकार ने बारदाना, तौल और भुगतान को पूरी तरह पारदर्शी बनाया है।
विष्णु सरकार की किसान-केंद्रित नीतियां छत्तीसगढ़ को कृषि के क्षेत्र में अग्रणी बना रही हैं। राज्य के किसान न केवल धान बेचकर लाभ कमा रहे हैं, बल्कि अपने खेतों में गेंहू, सरसों जैसी फसलें भी उगा रहे हैं। बेहतर समर्थन मूल्य और कृषक उन्नति योजना से मिलने वाले लाभ से किसान आधुनिक उपकरण, बोरवेल और अन्य संसाधन जुटाकर खेती को उन्नत बना रहे हैं। किसानों का कहना है कि विष्णु सरकार ने उन्हें न केवल मेहनत का उचित मूल्य दिया है, बल्कि उनके जीवन में समृद्धि और स्थायित्व का भी तैयार किया है। इस ऐतिहासिक निर्णय से छत्तीसगढ़ के किसान देश के लिए एक मिसाल बन गए हैं। मुख्यमंत्री विष्णु सरकार ने कहा है, “हमारी प्राथमिकता किसानों को सम्मान और समृद्धि देना है। कृषि छत्तीसगढ़ की आत्मा है, और हमारी सरकार इसे नई ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए प्रतिबद्ध है।” छत्तीसगढ़ में यह योजना केवल एक आर्थिक पहल नहीं, बल्कि किसान सम्मान का पर्व बन चुकी है, जो राज्य को नई दिशा और पहचान दे रही है। आधार