करेली, परोड़ा, बसनी और दानी कोकड़ी के लिए धान खरीदी उप केंद्र करेली का शुभारंभ
रायपुर: कृषि मंत्री रविंद्र चौबे सेवा सहकारी केंद्र धमधा में 14 लाख रूपए की लागत से बने किसान कुटीर भवन लोकार्पण और नवीन धान खरीदी उपकेंद्र करेली का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने क्षेत्र के किसानों को कुटीर भवन व नवीन धान खरीदी उपकेंद्र के लिए बधाई और शुभकामनाएं दी। मंत्री श्री चौबे ने कहा कि किसानों की बेहतरी छत्तीसगढ़ सरकार की प्राथमिकताओं में से एक है। उन्होंने कहा कि किसान कड़ी धूप में तपस्या कर, हर परिवार के थाली में अन्न मुहैया कराता है, ऐसे अन्नदाता किसान भाईयों के हितों का ध्यान रखना और उनका सम्मान करना हम सबकी जिम्मेदारी है।
मंत्री श्री चौबे ने कहा कि सरकार ने सहकारी समिति के अंतर्गत किसानों की सुविधा के लिए किसान कुटीर भवन का निर्माण कराया है, ताकि यहां आने वाले किसान भाईयों को विश्राम, पेयजल आदि की सुविधा उपलब्ध हो सके। उन्होंने कहा कि किसान भाई आसानी से अपनी उपज बेच सके। इसको ध्यान में रखकर नए धान खरीदी उपकेंद्र भी खोले गए हैं, इसका एक उदाहरण करेली भी है। उन्होंने यह भी बताया कि धमधा समिति में में कुल 11 गांव थे, जिनमें से 3 गांव वर्ष 2020 में बरहापुर नवीन समिति में स्थानांतरित हो गए। 8 शेष गांव धमधा में थे, जिसमें से 4 गांव वर्तमान में धान खरीदी उपकेंद्र करेली में स्थानांतरित हुए हैं। इस क्षेत्र के किसानों को अपने निकटतम स्थल पर धान विक्रय करने की सुविधा प्राप्त होगी।
मंत्री श्री चौबे ने इस अवसर पर फसल बीमा को लेकर भी शासन की मंशा पर प्रकाश डाला और कहा कि फसल बीमा आपदा की स्थिति में किसानों का सुरक्षा कवच है। जिसका लाभ हर किसान को लेना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कृषक की आमदनी मुख्य रूप से तीन बातों पर निर्भर करती है,पहला कृषक सभी सीजन में फसल ले, दूसरा खेती के लिए नवीनतम टेक्नोलॉजी का उपयोग करें और तीसरा उन्नत किस्म के बीज का उपयोग करें। छत्तीसगढ़ सरकार इसी दिशा में कर रही है और किसानों के लिए ऐसा इकोसिस्टम बनाया जा रहा है, जोकि उनके आर्थिक विकास का आधार स्तंभ हो।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि अपेक्स बैंक अध्यक्ष व केबिनेट मंत्री दर्जा छत्तीसगढ़ शासन माननीय श्री बैजनाथ चन्द्राकर भी उपस्थित थे। श्री चंद्राकर ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार नीति में किसानों व नागरिकों की सेवा निहित है। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ उन चुनिंदा राज्यों में से एक है जहां 750 करोड़ बीमा क्लेम किसानों को दिया गया है। चार सालों में किसानों की बदलती हुई तकदीर का जिक्र भी किया, जिसमें उन्हें बैंकिंग जैसी बुनियादी सुविधाओं से भी जोड़ा गया और माइक्रो एटीएम जैसे सुविधाएं भी उपलब्ध कराई गई।
इस अवसर पर किसानों को कृषि यंत्रों का भी वितरण किया गया। कार्यक्रम में संचालक कृषि डा.अयाज़ तम्बोली, संचालक उद्यानिकी श्री माथेश्वरन व्ही. अपर संचालक कृषि श्री पीडिया, अपर संचालक मंडी बोर्ड श्री सवन्नी, अपेक्स बैंक के डीजीएम श्री भूपेश चंद्रवंशी, प्रबंधक श्री अभिषेक तिवारी, बड़ी संख्या में किसानों, सोसाइटी प्रतिनिधियों, कृषि विभाग, उद्यानिकी, सहकारिता तथा मंडी बोर्ड के अधिकारी व कर्मचारीगण उपस्थित थे।