महिला स्व-सहायता समूहों के द्वारा निर्मित उत्कृष्ट उत्पादों का प्रदर्शन के साथ किया जा रहा विक्रय
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Raigarh. रायगढ़। क्षेत्रीय सरस मेला के अवसर पर कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। जहां कवियों की कविता पाठ ने देर रात तक श्रोताओं को गुदगुदाता रहा। इस अवसर पर जिले से आए कवि रामगोपाल शुक्ल, अरविंद सोनी 'सार्थक', डॉ.आशा मेहर 'किरण', डॉ.सुधा देवांगन 'सुचि', अमित दुबे, तेजराम नायक, डॉ.अजय पटनायक 'मयंक', डॉ.गुलशन खम्हारी 'प्रदुम्र', हरेन्द्र डनसेना एवं रतन मिश्रा शामिल थे। मौके पर वरिष्ठ कवि ईश्वर प्रसाद यादव का सम्मान किया गया। कवि सम्मेलन में उपस्थित कवियों ने एक से बढ़कर एक कविता का पाठ किया। हास्य व्यंग्य कवि तेजराम नायक ने कहा राम जैसा राज यहीं चाहते है।
सभी, किन्तु राम जैसा वनवास कोई नहीं चाहता..., कवि अरविंद सोनी ने गीत के माध्यम से दर्शकों को सुनाया-वेदनाएं रो रही है, मर गई संवेदनाएं, जीवन में घोलते है खुशियों के रंग सारे..., ओज कवि रामरतन मिश्रा ने कहा कि लश्कर तेरा गुरूर एक दिन जरूर तोड़ेगा, तू जो भभक रहा है उसे बुझा के छोड़ेगा..., आशा मेहर ने छत्तीसगढ़ी में अपनी कविता पाठ पढ़ी और कहा टुकनी दौरी बेच के जिनगी लेथन काट, मिले नून मिरचा तभो खाथन सब झन बांट... इसी तरह अन्य कवियों ने भी अपने कविता पाठ से दर्शकों का मन मोह लिया। इस दौरान मंच संचालन आर्टिस्ट मनोज श्रीवास्वत ने किया। उल्लेखनीय है कि पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा क्षेत्रीय सरस मेला 2025 का आयोजन 3 से 12 जनवरी 2025 तक रायगढ़ केशहीद कर्नल विप्लव त्रिपाठी स्टेडियम में हो रहा है। जिसमें महिला स्व सहायता समूहो के द्व्रारा निर्मित उत्कृष्ट उत्पादों का प्रदर्शन एवं विक्रय किया जा रहा है।
कंचन स्व-सहायता समूह के उत्पाद की अब तक रही सर्वाधिक बिक्री
सरस मेला में कोरबा जिले के स्टॉल नंबर 140 के कंचन स्व-सहायता समूह उत्पाद की बिक्री अब तक सर्वाधिक रही। जिन्होंने बांस से निर्मित उत्पाद जैसे पेन स्टैंड, झूमर लैंप, टेबल लैंप, बक्कल, जुड़ा पिन, वॉल हैंगर, फ्लावर पॉट, मोबाइल स्टैंड चाबी स्टैंड, गणेश भगवान की मूर्ति, वॉल सीनरी आदि उत्पादों का स्टॉल लगाया है। अब तक सभी स्टॉलों से महिला स्व-सहायता समूहों के द्वारा 14 लाख रुपये से अधिक की बिक्री की गई है।
छत्तीसगढिय़ां व्यंजन के लगे है स्टॉल
सरस मेला में मिलेट्स के उत्पाद एवं उसके खाद्य पदार्थो सहित छत्तीसगढिय़ा व्यंजन एवं अन्य राज्यों से आये समूहों के द्वारा वहां के स्थानीय खाद्य पदार्थो के भी स्टाल लगाए गए है। जहां आने-जाने वाले लोगों को खूब लुभा रहे है। दर्शक सरस मेला का आनंद लेते हुए छत्तीसगढिय़ां व्यंजन का स्वाद भी चख रहे है।