Zomato Shares : जोमैटो की शेयर बाजार में जोरदार एंट्री, कंपनी का मार्केट वैल्यू 98,732 करोड़ हुआ
आईटी क्षेत्र की दिग्गज कंपनी इंफोसिस की घरेलू बाजार में जबर्दस्त सफलता के 30 साल बाद फूड डिलीवरी कंपनी जोमैटो ने आईपीओ लिस्टिंग में झंडे गाड़ते हुए इंडियन इंटरप्रेन्योरशिप को शानदार नई राह दिखाई है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। आईटी क्षेत्र की दिग्गज कंपनी इंफोसिस की घरेलू बाजार में जबर्दस्त सफलता के 30 साल बाद फूड डिलीवरी कंपनी जोमैटो (Zomato) ने आईपीओ लिस्टिंग में झंडे गाड़ते हुए इंडियन इंटरप्रेन्योरशिप को शानदार नई राह दिखाई है. शुक्रवार को शेयर बाजार में जोमैटो शानदार प्रदर्शन करते हुए 53 फीसदी प्रीमियम के साथ सूचीबद्ध हुआ और 76 रुपये आईपीओ प्राइस के सामने होकर 115 रुपये तक पहुंचा. बंबई स्टॉक एक्सचेंज (BSE) में सूचीबद्ध होने के कुछ देर बाद ही शेयर 138 रुपये पर पहुंच गया. अंत में बाजार बंद होने के समय यह 126 रुपये पर बंद हुआ. इस तरह कंपनी का मार्केट वैल्यू 98,732 करोड़ रुपये हो गया जो टाटा मोटर, महिंद्रा एंड महिंद्रा और कोल इंडिया से कहीं आगे है.
जोमैटो बाजार पूंजीकरण की संभावनाओं को मजबूत करेगा
शेयर बाजार में जोमैटो की धमाकेदार उपस्थिति दलाल स्ट्रीट के पंडितों को झूठा साबित कर दिया, जिन्होंने जोमैटो का आईपीओ वैल्यूशन बमुश्किल से 60,000 करोड़ रुपये आंका था. तब घाटे में चल रही इस कंपनी के आईपीओ में 25 से 30 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान लगाया था. लेकिन 16 जुलाई को आईपीओ को तीसरे और अंतिम दिन 38 गुना ज्यादा बोलियां प्राप्त कर सबको चकित कर दिया. कोटक महिंद्रा कैपिटल कंपनी के एमडी और सीईओ एस रमेश ने कहा कि जोमैटो की बाजार में मजबूत उपस्थिति इस बात को साबित करती है कि आजकल निवेशक नए युग की टेक्नोलॉजी कंपनी पर अपना दांव लगाने चाहते हैं. उन्होंने कहा कि इंटरनेट की पहुंच जिस तरह से बढ़ रही है और जिस तरह से महीने दर महीने लोगों के पास स्मार्टफोन हो रहे हैं, उसमें धन सृजन का एक नया डिजिटल वातावरण तैयार हो रहा है और यह आने वाले दिनों में हमारे पूंजी बाजार को और मजबूत करेगा.
कई टेक कंपनियां जोमैटो की राह पर
बाजार के दिग्गजों के मुताबिक 1993 में एक ऐसा समय आया जब इंफोसिस आईपीओ से अपना हाथ खींचने ही वाला था लेकिन कुछ एक्सपर्टों ने भविष्य में कंपनी की बाजार की संभावनाओं को पहचाना और इसे इससे उबारने में मदद की. आज इंफोसिस जो है वह अपने इतिहास को बहुत पीछे छोड़ चुका है. पिछले 30 सालों में इंफोसिस भारतीय बाजार में जिस तरह से टॉप धन सृजन करने वाली कंपनी बनी हुई है, वह सबके सामने है. जोमैटो के शेयर बाजार में शानदार उपस्थिति ने न्यू एज टेक कंपनियों को आगे की राह दिखाया है. डिजिटल क्षेत्र की कई कंपनियों ने आईपीओ के लिए सेबी में अपना आवेदन दिया है. इनमें पेटीएम की सबसे ज्यादा चर्चा है. इसके अलावा कारट्रेड, मोबिक्वीक आदि कंपनियां प्रमुख हैं.