आपको केचप से काम नहीं चलाना पड़ेगा

Update: 2023-08-11 04:12 GMT

टमाटर की बढ़ती कीमतों को कम करने की प्रयास गवर्नमेंट की जल्द रंग लाने वाली है। कीमतों पर कंट्रोल पाने के लिए गवर्नमेंट ने पूरी तैयारी कर ली है। यदि केंद्र गवर्नमेंट की प्लानिंग ठीक रही तो टमाटर 70 रुपये प्रति किलो की दर से आम ग्राहकों को मौजूद हो सकेगा। वित्त मंत्री ने बोला कि सप्ताह के अंत तक दिल्ली-एनसीआर में टमाटर के मूल्य 70 रुपये किलो तक पहुंच जाएंगे। यह नेशनल कोऑपरेटिव कंज्यूमर्स फेडरेशन ऑफ इण्डिया लिमिटेड ( NCCF) की सहायता से संभव हो सकेगा। दिल्ली-एनसीआर में रियायती दरों पर टमाटर बेचेने की जिम्मेदारी इसे ही दिया गया है।

इन तीन राज्यों में यह संस्था कर रही काम

सहकारी संस्था एनसीसीएफ ने कहा कि उसने दिल्ली, राजस्थान और यूपी में पिछले 15 दिनों में रियायती दरों पर 560 टन टमाटर बेचा है। प्रमुख टमाटर उत्पादक राज्यों में भारी बारिश होने के कारण खुदरा बाजार में टमाटर की मूल्य अभी भी कम नहीं हुई है। इस वजह से एनसीसीएफ ने टमाटर की रियायती दरों पर बिक्री जारी रखी है। भारतीय राष्ट्रीय सहकारी उपभोक्ता महासंघ (एनसीसीएफ) ने 14 जुलाई को 90 रुपये प्रति किलोग्राम की रियायती दरों पर टमाटर की बिक्री प्रारम्भ की थी, जिसे बाद में घटाकर 70 रुपये प्रति किलोग्राम तक कर दिया गया। महासंघ पिछले एक हफ्ते से तीनों राज्यों में 70 रुपये प्रति किलोग्राम की रेट से टमाटर बेच रहा है।

भारी बारिश के मंडियों में सप्लाई कम हुई

दिल्ली की बात करें तो दिल्ली के आजादपुर सब्जी मंडी के थोक विक्रेता संजय भगत का बोलना है कि हिमाचल प्रदेश में भूस्खलन और भारी बारिश के कारण सब्जियों के परिवहन में काफी मुश्किल हो रही है। उत्पादकों से सब्जियों को लाने में सामान्य से छह-आठ घंटे अधिक लग रहे हैं। ऐसी स्थिति में टमाटर की मूल्य लगभग 300 रुपये प्रति किलो तक पहुंच सकती है। टमाटर और अन्य सब्जियां जो हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक और महाराष्ट्र से आती हैं, उनकी गुणवत्ता में गिरावट आई है। हिमाचल प्रदेश में जुलाई में भारी बारिश होने से फसलों को हानि हुआ है। इस बीच, मदर डेयरी अपने ‘सफल स्टोर’ के जरिये टमाटर की बिक्री 259 रुपये प्रति किलो पर कर रही है।

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