WhatsApp, facebook, Instagram से कर पाएंगे वर्चुअल करेंसी में लेनदेन, जानें कैसे
बीते साल में क्रिप्टोकरेंसी लोगों के बीच काफी फेमस हो रही है। यूजर्स इसे बड़ी उत्साह के साथ अपना भी रहें है। इस बात का ध्यान रखते हुए मेटा अपने ऐप्स के लिए वर्चुअल टोकन और क्रिप्टोकरेंसी पेश करने की योजना बना रहा है।
बीते साल में क्रिप्टोकरेंसी लोगों के बीच काफी फेमस हो रही है। यूजर्स इसे बड़ी उत्साह के साथ अपना भी रहें है। इस बात का ध्यान रखते हुए मेटा अपने ऐप्स के लिए वर्चुअल टोकन और क्रिप्टोकरेंसी पेश करने की योजना बना रहा है। क्रिएटर्स को रिवॉर्ड देने, उधार लेने और अन्य फाइनेशियल सर्विसेज के लिए ऐसे वर्चुअल टोकन का उपयोग किया जाएगा।
शुरुआती स्टेज में है ये कदम
बताया जा रहा है कि यह कदम अभी अपनी शुरुआती स्टेज में है। मेटा एक वर्चुअल इंवार्मेंट केंद्रित सेवाओं(मेटावर्स) पर ज्यादा ध्यान दे रहा है, जहां लोग एक दूसरे से बातचीत करते हैं, काम करते हैं और गेम खेलते हैं।यदि इसे लागू किया जाता है, तो यह मेटा को एक नया रेवेन्यू चैनल भी दे सकता है और इसके ऐप और सर्विसेज के लेनदेन पर नियंत्रण कर सकता है, जिसमें फेसबुक, इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप और मेटा क्वेस्ट वर्चुअल रियलिटी प्लेटफॉर्म शामिल हैं।
जक बक्स है मेटा की क्रिप्टोकरेंसी
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार मेटा की क्रिप्टोकरेंसी को आंतरिक रूप से "जक बक्स" कहा जाता है । इसको खासतौर से मेटावर्स के लिए बनाया गया है और हो सकता है कि यह ब्लॉकचैन पर आधारित न हो।रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि मेटा इन-ऐप टोकन पेश कर सकती है, जिसे कंपनी द्वारा नियंत्रित किया जाएगा, और ऐसे टोकन का उपयोग इंस्टाग्राम पर पसंदीदा क्रिएटर्स को भुगतान करने या फेसबुक ग्रुप्स में योगदान देने वाले लोगों को रिवॉर्ड देने के लिए किया जा सकता है।
मेटा क्रिप्टो ओपन पेटेंट एलायंस में शामिल हुआ मेटा
मेटा के CEO मार्क जुकरबर्ग ने पिछले महीने कहा था कि इंस्टाग्राम जल्द ही नॉन फन्जिबल टोकन (NFT) पेश करेगा। इस साल की शुरुआत में, मेटा क्रिप्टो ओपन पेटेंट एलायंस (COPA) में शामिल हो गया। यह जैक डोर्सी के ब्लॉक इंक के नेतृत्व वाली कंपनियों का एक समूह है, जिसने क्रिप्टोकरेंसी टेक्नोलॉजी पर एक्सेस को बढ़ावा देने का वादा किया है। बता दें वॉट्सऐप (WhatsApp) फेक न्यूज और गलत सूचनाओं को रोकने के लिए नया अपडेट जारी करने जा रहा है। इसके लिए कंपनी की तरफ से फॉरवर्ड मैसेज की लिमिट को नए तरीके से तय किया जाएगा।