2000 रुपये के नोट पर प्रतिबंध का मुद्दा संसद भवन में भी गूंजा. इसके साथ ही संसद में सत्ता के सामने ये सवाल भी उठा कि क्या 1000 रुपये के नोट का चलन फिर से शुरू होने जा रहा है? इसके अलावा संसद में यह सवाल भी उठा कि क्या 2000 रुपये के नोट जमा करने की आखिरी तारीख को आगे भी बढ़ाया जा सकता है? इन सभी सवालों का सरकार ने बड़ी बेबाकी से जवाब दिया. आपको बता दें कि मई महीने में सरकार ने 2000 रुपये के नोट बंद करने और सितंबर तक बैंकों में जमा करने की घोषणा की थी. बैंकों में नोट जमा करने का समय 30 सितंबर तय किया गया था. तब तक 2000 रुपये का नोट वैध मुद्रा के रूप में काम करेगा. आइए आपको भी बताते हैं कि सरकार ने इन सवालों पर क्या जवाब दिया है.
क्या बढ़ेगी 2000 रुपये के नोट जमा करने की तारीख?
इसे लेकर विपक्ष के कुछ नेताओं की ओर से सरकार से सवाल पूछे गए. जिस पर वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने जवाब दिया. उन्होंने जवाब दिया कि बैंकों में 2000 रुपये के नोट जमा करने की समय सीमा में कोई बढ़ोतरी नहीं होगी. उन्होंने कहा कि 30 सितंबर तक की डेडलाइन है. पूरे देश को 2000 रुपये के नोट तय समय सीमा के अंदर जमा कराने होंगे. अभी आम लोगों के पास 2000 रुपये के नोट जमा करने के लिए 2 महीने से ज्यादा का समय बचा है. वैसे इस दौरान बैंकों की कई छुट्टियां हैं.
क्या फिर होगी नोटबंदी?
संसद में वित्त मंत्रालय से पूछा गया कि क्या सरकार कालेधन को खत्म करने के लिए दोबारा नोटबंदी की योजना बना रही है? इस पर प्रतिक्रिया देते हुए वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने कहा कि सरकार नोटबंदी या नोट बंद करने की किसी योजना पर काम नहीं कर रही है. आपको बता दें कि नवंबर 2016 में सरकार ने 500 रुपये और 1000 रुपये के नोट बंद कर दिए थे. वहीं, 2000 रुपये का नोट लाया गया था. इसके बाद मई 2023 में 2000 रुपए के नोट बंद करने की घोषणा कर दी गई। उसी को लेकर पूरी प्रक्रिया चल रही है।