वास्तु टिप्स: वास्तु की इन बातों को जरूर रखें ध्यान, नहीं होती है घर में धन की कमी

जीवन में कई बार हमारी कड़ी मेहनत और निरंतर प्रयास के बाद भी बार-बार असफलता ही हाथ लगती है।

Update: 2020-11-06 12:32 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क| जीवन में कई बार हमारी कड़ी मेहनत और निरंतर प्रयास के बाद भी बार-बार असफलता ही हाथ लगती है। इस वजह से व्यक्ति निराश हो जाता है। निराशा में आकर लोग अपने आपको और अपनी किस्मत को कोसने लगते हैं। वास्तु के अनुसार कई बार हम जाने-अनजाने कुछ भूल और गलतियां करते रहते हैं, जिससे वास्तु दोष लग जाता है। जाने-अनजाने की गई इन गलतियों के कारण हमारा सौभाग्य दुर्भाग्य में बदल सकता है। इसलिए हमें कुछ बातों को ध्यान में रखना बहुत जरुरी होता है। 



वास्तु में दिशाओं का बहुत महत्व माना जाता है क्योंकि हर दिशा के अपने अलग दिग्पाल होते हैं। इसलिए वास्तु में निर्माण करते समय दिशाओं का बहुत महत्व बताया गया है। कुछ लोग या तो वास्तु में विश्वास नहीं करते हैं या उन्हें वास्तु की जानकारी नहीं होती है। अगर आपने अपना घर वास्तु के अनुसार नहीं बताया है। तो उसका वास्तु दोष दूर करने के लिए अपने घर में तुलसी का पौधा जरुर रखना चाहिए। इससे उस स्थान का वास्तु दोष दूर होता है। तुलसी के पौधे में नियमित रूप से सुबह और संध्या काल में दीपक जलाने और जल चढ़ाने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं। इससे आपके घर में बरकत बनी रहती है और अन्न एवं धन की कमी नहीं रहती है। 



घर के मुख्य द्वार का वास्तु सही होना बहुत आवश्यक होता है। जिस घर का मुख्य द्वार सही दिशा में नहीं होता है वहां वास्तु दोष लगता है। घर का मुख्य द्वार ही एक ऐसा स्थान होता है जहां से घर का हर सदस्य गुजरता है। सकारात्मक नकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह भी मुख्य द्वार से ही होता है। अगर आपके मुख्य द्वार में दोष है तो घर में नकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है। जिससे धन संबंधित समस्याओं के साथ पारिवारिक कलह आदि परेशानियां भी हो सकती हैं। मुख्य द्वार पर शुभता के लिए गणपति भगवान की प्रतिमा लगाना बहुत शुभ माना जाता है। गणेश जी की प्रतिमा लगाते समय ध्यान रखें कि उनकी पीठ दिखाई न दें। क्योंकि माना जाता है गणेश भगवान की पीठ के पीछे दरिद्रता निवास करती है। मुख्य द्वार पर आप स्वास्तिक का चिह्न भी बना सकते हैं। स्वास्तिक का चिह्न बहुत शुभ होता है। 

अगर आप घर में वस्तुओं को दिशा के अनुसार नहीं रखते हैं तो भी वास्तु दोष लगता है। वास्तु में उत्तर दिशा को कुबेर की दिशा माना गया है, इसलिए धन संबंधित समस्याओं को दूर करने के लिए धन रखने की अलमारी को दक्षिण दिशा की दीवार से सटाकर रखना चाहिए, ताकि उसका दरवाजा उत्तर दिशा की ओर खुले। इससे घर में बरकत बनी रहती है और व्यक्ति आसानी से धन संचय कर पाता है।



मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने और उनकी कृपा पाने के लिए प्रतिदिन संध्याकाल में मां लक्ष्मी की पूजा करने के बाद मुख्य द्वार पर दांयी तरफ घी का दिया प्रज्वलित करना चाहिए। इस कार्य को नियमित रुप से करने के से घर में धन वृद्धि होती है। प्रतिदिन इन उपायों को नियमित रुप से करना चाहिए तथा नियमित रुप से अपने इष्ट देव का ध्यान करना चाहिए। इससे घर में शुभता बनी रहती है और किसी प्रकार से धन का अभाव नहीं होता है। 

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