केंद्रीय मंत्री ने की फ्लिप्कार्ट के ‘समर्थ प्रोग्राम’ की सराहना

Update: 2023-08-10 18:53 GMT
पिछले कुछ सालों के दौरान भारत में बहुत से बड़े बदलाव देखने को मिले हैं और इन बदलावों में विभिन्न समुदायों के सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए किए गए प्रयास भी शामिल हैं. ऐसा ही एक प्रयास है फ्लिप्कार्ट द्वारा शुरू किया गया ‘समर्थ प्रोग्रम’ (Flipkart Samarth).
सेलर बेस में हुई 300% की वृद्धि
फ्लिप्कार्ट द्वारा शुरू किए गए इस प्रोग्राम ने 15 लाख से ज्यादा लोगों को सीधे तौर पर प्रभावित किया है और उनकी आजीविकाओं को सकारात्मक ढंग से बदला है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पिछले साल इस प्रोग्राम के सेलर बेस में 300% की वृद्धि भी देखने को मिली है. देश की राजधानी दिल्ली में आज इसी कार्यक्रम की सफलता का जश्न मनाया गया और इस मौके पर ‘होमग्रोन हीरोज’ (Homegrown Heroes) नामक पुस्तक का विमोचन भी किया गया.
क्या है समर्थ का प्रमुख उद्देश्य?
देश के विभिन्न कोनों में मौजूद समुदायों का सामाजिक और आर्थिक उत्थान ही फ्लिप्कार्ट द्वारा शुरू किए गए समर्थ प्रोग्राम का प्रमुख उद्देश्य है. इस उद्देश्य के साथ-साथ यह प्रोग्राम प्रमुख रूप से भारतीय पारंपरिक कलाओं एवं शिल्प को भी बढ़ावा देता है. देश भर में मौजूद बुनकर, कारीगर, दिव्यांग उद्यमी, महिलाएं और ग्रामीण उद्यमी इस कार्यक्रम के केंद्र में रखे गए हैं.
केंद्रीय मंत्री ने की सराहना
फ्लिप्कार्ट के ‘समर्थ प्रोग्राम’ की सराहना करते हुए केंद्रीय MSME मंत्री नारायण तातू राणे ने कहा कि फ्लिप्कार्ट द्वारा लॉन्च किया गया यह प्रोग्राम MSME के क्षेत्र को मजबूती प्रदान करता है और यह सरकार के मिशन के भी अनुरूप है. फ्लिप्कार्ट द्वारा देश के उद्यमियों और देश के अनगिनत लोगों के व्यवसाय को बढ़ावा देने की यह कोशिश काफी सराहनीय है. मुझे उम्मीद है कि फ्लिप्कार्ट द्वारा की गई यह पहल देश के सामाजिक-आर्थिक विकास में अपना योगदान देती रहेगी और लोगों के लिए उज्जवल भविष्य की राह सुनिश्चित करेगी.
समर्थ ने किया रोजगार का सृजन
समर्थ प्रोग्राम की सफलता के जश्न के मौके पर कंपनी के SVP और चीफ कॉर्पोरेट अफेयर्स ऑफिसर रजनीश कुमार ने कहा कि फ्लिप्कार्ट समर्थ ने लोगों को बिना उनकी पृष्ठभूमि की चिंता किए बिना अपना व्यवसाय ऑनलाइन स्थापित करने, रोजगार का सृजन करने और रोजगार सुनिश्चित करने जैसे उद्देश्यों को मजबूती से स्थापित किया है.
Tags:    

Similar News

-->