रिलायंस इंडस्ट्रीज के मुनाफे में जबरदस्त उछाल, टेलीकॉम सेक्टर में नंबर-1 पर बरकरार
उद्योगपति मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड का एकीकृत शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 46 प्रतिशत उछलकर 17,955 करोड़ रुपये पर पहुंच गया.
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने शुक्रवार को जारी बयान में कहा कि तेल समेत दूरसंचार और खुदरा कारोबार में आय में उल्लेखनीय वृद्धि से कुल लाभ बढ़ा है. LIGHTYEAR ZERO: दुनिया की पहली सोलर कार, 1 बार की चार्जिंग-7 महीने तक राईडिंग, धूप से दौड़ती ये गाड़ी
कंपनी ने इससे पिछले वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में 12,273 करोड़ रुपये या प्रति शेयर 18.96 रुपये का शुद्ध मुनाफा कमाया था. वहीं, तिमाही के आधार पर कंपनी का शुद्ध लाभ 11 प्रतिशत बढ़ा है. विश्लेषकों ने अनुमान जताया है कि कंपनी ने रूस से कच्चे तेल पर उपलब्ध सबसे बड़ी छूट का लाभ उठाकर मार्जिन के उच्च स्तर पर पहुंचने के साथ ईंधन का निर्यात किया होगा.
जुलाई-सितंबर 2021 तिमाही से लेकर पिछली छह तिमाहियों में (जनवरी-मार्च तिमाही को छोड़कर) कंपनी के शुद्ध लाभ में वृद्धि हुई है. रिलायंस की एकीकृत कर पूर्व लाभ (ईबीआईटीडीए) भी चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में सालाना आधार पर 45.8 प्रतिशत बढ़कर 40,179 करोड़ रुपये हो गई.
कंपनी की आय में 12,629 करोड़ रुपये की वृद्धि में 76 प्रतिशत यानी 9,597 करोड़ रुपये का योगदान तेल शोधन और गैस उत्पादन कारोबार का है. रिलायंस इंडस्ट्रीज की दूरसंचार इकाई रिलायंस जियो इन्फोकॉम का शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में सालाना आधार पर करीब 24 प्रतिशत बढ़कर 4,530 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है.
इसके अलावा समूह के खुदरा कारोबार का शुद्ध लाभ आलोच्य तिमाही में दोगुना होकर 2,061 करोड़ रुपये पर पहुंच गया. कंपनी ने इस दौरान 792 नई दुकानें खोली. इसके साथ उसके दुकानों की संख्या बढ़कर 15,866 पहुंच गयी है.
बाजार मूल्य के हिसाब से देश की सबसे बड़ी कंपनी का एकीकृत राजस्व चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में सालाना आधार पर 53 फीसदी बढ़कर 2,42,982 करोड़ रुपये हो गया. परिणामों पर टिप्पणी करते हुए रिलायंस इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने कहा, ''दुनिया भर के ऊर्जा बाजारों को भूराजनीतिक परिस्थियों ने प्रभावित किया है. दूसरी तरफ मांग में लगातार वृद्धि हुई है और उत्पादों की मार्जिन में बेहतरी देखी गई है.''
उन्होंने कहा, ''कच्चे तेल के बाजार में उथल-पुथल के साथ ही माल की ढुलाई की लागत के बढ़ने से कई चुनौतियों पैदा हुई. लेकिन इन सबके बावजूद ओ2सी (आर्डर-टू-केमिकल) कारोबार में अपना अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है.''
अंबानी ने कहा, ''खुदरा व्यापार में हमारा ध्यान उपभोक्ता तक अपनी पहुंच बढ़ाने और उनको उत्पाद का बेहतर मूल्य दिलाने पर केंद्रित है. हमारी मजबूत आपूर्ति श्रृंखला और कई जगहों से सामान लाने की बेहतर क्षमता से हम आवश्यक वस्तुओं की गुणवत्ता बेहतर बनाए रखते के साथ कीमतों को कम रखने की कोशिश कर रहे हैं. ताकि आम ग्राहक को मुद्रास्फीति के दबावों से बचा सकें.''
उन्होंने कहा, ''रिलायंस भारत की ऊर्जा सुरक्षा में निवेश करने के लिए प्रतिबद्ध है. हमारा नया ऊर्जा कारोबार.....सौर, ऊर्जा भंडारण समाधान और हाइड्रोजन परिवेश में प्रौद्योगिकी कंपनियों के साथ साझेदारी कर रहा है.''
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