गूगल पे पर ट्रांजेक्शन करना हुआ और सेफ, यूजर्स को मिलेंगे कई फायदे
भारत में गूगल पे
भारत में गूगल पे (Google Pay) यूजर्स को सुरक्षित करने के लिए एक कदम के साथ कंपनी ने गुरुवार को डिजिटल भुगतान प्लेटफॉर्म पर ट्रांजेक्शन (लेनदेन) डेटा का मैनेजमेंट करने के लिए अधिक विकल्प और कंट्रोल की घोषणा की है. यूजर्स (उपयोगकर्ता) अब उन व्यक्तिगत लेनदेन और गतिविधि रिकॉर्ड को देख सकते हैं और डिलीट कर हैं, जिनका उपयोग वे अपने गूगल पे अनुभव को व्यक्तिगत करने के लिए नहीं करना चाहते हैं. इसे गूगल डॉट कॉम (google.com) पर जाकर हटाया जा सकता है.
अगले सप्ताह से गूगल पे ऐप सेटिंग यूजर्स को यह निर्धारित करने के लिए अधिक कंट्रोल प्रदान करेगी कि ऐप के भीतर सुविधाओं को पर्सनलाइज करने के लिए उनकी भुगतान गतिविधि का उपयोग कैसे किया जाए. गूगल पे ऐप के उपाध्यक्ष-उत्पाद, अम्बरीश केंगे ने एक बयान में कहा, सभी यूजर्स को यह चुनने के लिए पूछा जाएगा कि क्या वे गूगल पे एप्लिकेशन के अगले वर्जन में अपग्रेड करते ही कंट्रोल को चालू या फिर बंद करना चाहेंगे? पर्सनलाइजेशन विदिन गूगल पे को चालू करने से ग्राहकों को गूगल पे ऐप पर अधिक विकल्प मिलेंगे, जिसे वह अपने हिसाब से चुन सकते हैं.
उदाहरण के लिए, यूजर्स को गूगल पे के भीतर उनकी गतिविधि के आधार पर अधिक प्रासंगिक ऑफर और पुरस्कार मिलेंगे, जिसमें लेनदेन इतिहास (Transaction History) भी शामिल रहेगा. हालांकि जो यूजर्स इसे चालू नहीं करना चाहता है, वह फिर भी ऐप का पहले की तरह ही उपयोग कर पाएंगे और इसमें कुछ बदलाव नहीं होगा. इस पर केंगे ने कहा, इस सेटिंग के बंद होने के बाद भी, गूगल पे पहले की तरह ही काम करेगा.
जो उपयोगकर्ता एंड्रॉयड और आईओएस पर गूगल पे को अपडेट करते हैं, वे अपनी पसंद के आधार पर गूगल पे पर अपने पर्सनलाइनजेशन अनुभव को संशोधित करने के लिए इन नियंत्रणों का उपयोग कर सकते हैं. कंपनी ने एक बयान में कहा, आपकी व्यक्तिगत जानकारी कभी भी किसी को नहीं बेची जाती है और विज्ञापनों को टारगेट करने के लिए आपके लेन-देन के इतिहास को किसी अन्य गूगल उत्पाद के साथ साझा नहीं किया जाता है.