भारत में नहीं बिकेगी टोयोटा की यारिस, इक्रा ने विकास दर अनुमान बढ़ाकर 9 फीसदी किया
भारत पेट्रोलियम और एलआईसी की लिस्टिंग भी कतार में है। हमें यकीन है कि ये सारी प्रक्रिया इस साल की चौथी तिमाही में पूरी हो जाएगी।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। कोविड-19 महामारी को देखते हुए सरकार ने मौजूदा विदेश व्यापार नीति (एफटीपी) की अवधि छह महीने और बढ़ा दी है। वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने सोमवार को बताया कि मौजूदा एफटीपी 31 मार्च, 2022 तक लागू रहेगी। इसकी अवधि 30 सितंबर को समाप्त होने वाली थी।
वाणिज्य मंत्री ने कहा, 2015-20 तक लागू की गई एफटीपी से निर्यात बढ़ाने और रोजगार सृजन में काफी मदद मिली है। नई नीति अगले वित्तवर्ष से लागू की जाएगी। अवधि में विस्तार का नोटिफिकेशन जल्द जारी कर दिया जाएगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि नया वित्तवर्ष शुरू होने तक कोविड-19 संकट समाप्त हो जाएगा।
कारोबारियों की सहूलियत के लिए फिलहाल मौजूदा नीति ही जारी रहेगी। इससे पहले 31 मार्च, 2020 को समाप्त होने वाली इस एफटीपी की अवधि को एक साल बढ़ाकर 31 मार्च, 2021 किया गया था, जिसे दूसरी लहर के बाद फिर छह महीने के लिए बढ़ा दिया गया। 2021-22 में अप्रैल-सितंबर तक कुल 185 अरब डॉलर का निर्यात हुआ है। ॔आइए जानते हैं कारोबार जगत की कुछ अन्य खबरें..
निजीकरण के लिए इस साल को याद करेगा इतिहास: सुब्रह्मण्यन
मोदी सरकार के मुख्य आर्थिक सलाहकार कृष्णमूर्ति सुब्रह्मण्यन का मानना है कि इतिहास इस वर्ष को निजीकरण की वजह से महत्वपूर्ण मानते हुए याद करेगा। इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस लीडरशिप समिट 2021 को संबोधित करते हुए सुब्रह्मण्यन ने कहा, 'मैं इस बात को लेकर आश्वस्त हूं कि इतिहास इस साल को निजीकरण के लिए महत्वपूर्ण वर्ष के रूप में याद रखेगा। निजीकरण से इस साल 1.75 लाख करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य है। एयर इंडिया की प्रक्रिया सही चल रही है। आप सभी ने जरूर सुना होगा कि दो बोलियां आई हैं।
भारत पेट्रोलियम और एलआईसी की लिस्टिंग भी कतार में है। हमें यकीन है कि ये सारी प्रक्रिया इस साल की चौथी तिमाही में पूरी हो जाएगी।' एयर इंडिया के लिए टाटा समूह के अलावा स्पाइसजेट के अध्यक्ष अजय सिंह ने व्यक्तिगत क्षमता में बोली लगाई है। नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के अनुसार सरकार इस बार एयर इंडिया के निजीकरण को लेकर आशान्वित है। सरकारी विमानन कंपनी एयर इंडिया पर 43 हजार करोड़ रुपये का कर्ज है।
आरबीआई ने आरबीएल बैंक पर लगाया दो करोड़ जुर्माना
नियामकीय अनुपालन में कमी को लेकर रिजर्व बैंक ने निजी क्षेत्र के आरबीएल बैंक पर 2 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है। आरबीआई ने बैंकिंग नियामक एक्ट के तहत कार्यवाही नहीं करने और आरबीएल बैंक की ओर से सहकारी बैंक के नाम पर पांच बचत खाते खोलने व बोर्ड निदेशकों के संयोजन में लापरवाही को लेकर यह कदम उठाया है। मामले में शिथिलता बरतने पर केंद्रीय बैंक ने पहले नोटिस भेजकर जवाब मांगा था। इसके बाद जुर्माने की कार्रवाई की गई है।
दूसरी छमाही में 5.03 लाख करोड़ कर्ज लेगी सरकार
वित्त मंत्रालय ने सोमवार को बताया कि बजट प्रस्ताव के मुताबिक, दूसरी छमाही में 5.03 लाख करोड़ रुपये की बाजार उधारी ली जाएगी। महामारी के कारण राजस्व वसूली में आई कमी की भरपाई के लिए यह कदम उठाया जा रहा है। पहली छमाही में 7.02 लाख करोड़ बॉन्ड के जरिये उठाए हैं। बजट में 12.05 लाख करोड़ का प्रस्ताव शामिल था।
आईएलएंडएफएस 62 एनपीए खाते बेचेगा
आईएलएंडएफएस समूह की वित्तीय सेवा कंपनी आईएफआईएन ने सोमवार को बताया कि 4,297 करोड़ रुपये की वूसली के लिए 62 एनपीए खाते बेचे जाएंगे। यह बिक्री स्विस चैलेंज रूट के जरिये होगी। इसके तहत पहले राउंड आई सर्वोच्च बोली को ही आधार मूल्य मानकर अन्य राउंड की बोलियां आमंत्रित की जाती हैं।
इक्रा ने विकास दर अनुमान बढ़ाकर 9 फीसदी किया
रेटिंग एजेंसी इक्रा ने आर्थिक गतिविधियों में तेजी को देखते हुए भारत का विकास दर अनुमान बढ़ाकर 9 फीसदी कर दिया है। एजेंसी ने सोमवार को बताया कि टीकाकरण में रिकॉर्ड उछाल को देखते हुए 2021-22 का विकास दर अनुमान पूर्व के 8.5 फीसदी से बढ़ा दिया गया। आरबीआई ने 9.5 फीसदी विकास का अनुमान लगाया है।
अब भारत में नहीं बिकेगी टोयोटा की यारिस
टोयोटा किर्लोस्कर मोटर ने सोमवार को बताया कि उसकी मध्यम आकार वाली सेडॉन कार यारिस की भारत में बिक्री तत्काल प्रभाव से बंद कर दी गई है। कंपनी ने मई, 2018 में इस गाड़ी को भारतीय बाजार में उतारा था, जिसकी होंडा सिटी, ह्यूंडई वरना और मारुति की सियाज से प्रतिस्पर्धा है। इसकी कीमत 8.75 लाख से शुरू होती है।
फैशन उत्पादों की बिक्री कोविड पूर्व की 80 फीसदी पहुंची
फैशन उत्पादों की खुदरा बिक्री कोविड पूर्व स्तर की 80 फीसदी तक पहुंच गई है। रेटिंग एजेंसी इक्रा ने सोमवार को बताया कि अगर तीसरी लहर नहीं आती है, तो 2021 में यह बिक्री कोविड पूर्व स्तर से 25 फीसदी ज्यादा पहुंच सकती है। फैशन उत्पादों की ऑनलाइन बिक्री में 50 फीसदी उछाल आया है, जिससे कारोबारियों की पूंजी भी 45 फीसदी बढ़ सकती है।