नई दिल्ली: टेस्ला अपनी सेल्फ-ड्राइव टेक्नोलॉजी को लेकर घिरती नजर आ रही है। कंपनी की जिस तकनीक को लेकर पहले कुछ आशंकाएं थी, उसकी वजह से अब वह ज्यादा परेशानी में है। हाल ही में रॉयटर्स की एक रिपोर्ट में इस बात पर रौशनी डाली गई है कि एक बाद एक कई दुर्घटनाओं के बाद देश के न्याय विभाग द्वारा जांच शुरू करने के बाद टेस्ला अमेरिका में आपराधिक जांच का सामना कर सकती है।
टेस्ला अपने कुछ वाहनों के दुर्घटनाओं में शामिल होने के कारण चर्चा में रही है, शायद फुल सेल्फ-ड्राइव टेक्नोलॉजी (FSD) का उपयोग किए जाने के कारण। इनमें से कुछ हादसे तो जानलेवा भी हो गए हैं। हालांकि टेस्ला के सीईओ एलन मस्क पर्सनल मोबिलिटी व्हीकल्स में ऑटोनॉमस टेक्नोलॉजी को लेकर आश्वस्त हैं, लेकिन अधिकारियों ने अभी तक कानूनी और बड़े पैमाने पर इस्तेमाल के लिए इसे हरी झंडी नहीं दिखाई है।
टेस्ला अपनी ऑटोनॉमस ड्राइव टेक्नोलॉजी, जिसका नाम ऑटोपायलट है, का समर्थन करना जारी रखे हुए है। लेकिन इसके साथ ही यह भी कहती है कि ड्राइव स्टीयरिंग को हाथों से पकड़े रहे और हर समय सड़क और चारों तरफ ध्यान देता रहे। मस्क के दावा करने के बावजूद कि यह तकनीक मानव ड्राइविंग से बेहतर और सुरक्षित है क्योंकि यह मानवीय त्रुटियों की संभावना को नकारती है। लेकिन टेस्ला ईवी से जुड़ी कई दुर्घटनाओं ने शायद ही इस दावे का समर्थन किया हो।
भले ही मस्क ने आधिकारिक रूप से कहा है कि ये दुर्घटनाएं इसलिए हो रही हैं, क्योंकि ड्राइवर टेस्ला के स्पष्ट निर्देशों की अनदेखी कर रहे हैं। लेकिन हर हाल में पूरी सुरक्षा सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी ईवी दिग्गज पर हो सकती है। पिछले साल शुरू की गई अमेरिकी न्याय विभाग जांच, ऐसी कई जांचों में से एक है जो पहले से ही चल रही है। लेकिन एक ऐसी भी है जो संभवतः कंपनी के खिलाफ आपराधिक आरोप लगा सकती है। क्या टेस्ला ने ग्राहकों को किया गुमराह? क्या टेस्ला इस बात को बढ़ा-चढ़ाकर पेश करने की दोषी है कि तकनीक क्या करने में सक्षम है? ये ऐसे चंद सवाल हैं जिन पर अब गौर किया जा रहा है।
टेस्ला इस साल के आखिर तक अपनी ऑटोपायलट टेक्नोलॉजी के लिए देश में सुरक्षा नियामकों से हरी झंडी मिलने की सोच रही थी। लेकिन मस्क ने पहले ही यह कह दिया है कि ऐसा जल्द ही नहीं हो रहा है।