चांद पर लेकर जाएगी ये उड़न तश्तरी, मेसाचुसेट्स में प्रोटोटाइप पर काम चालू
मेसाचुसेट्स इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एक अनोखो प्रोजेक्ट पर काम कर रही है. यहां उड़न तश्तरी जैसा एक प्रोटोटाइप बनाया गया है जो आपको चांद पर लेकर जाएगा और वहीं से ये एनर्जी खींचेगा.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। आपने आज-तक एक से एक अनोखे वाहन देखे होंगे, बचपन में आपने UFO यानी अनआइडेंटिफाइड फ्लाइंग ऑब्जेक्ट या कहें तो एलियंस के वाहन की कहानियां भी सुनी होंगी. कई बार मीडिया में ही ये खबर आपने पढ़ी होगी कि दुनिया के फलां कोने में स्पेसशिप दिखाई दिया. लेकिन आज हम आपको इसी तरह के एक वाहन के बारे में बता रहे हैं जो सिर्फ कल्पना नहीं, बल्कि कल्पना के सच्चाई में बदलने का एक नमूना है. मेसाचुसेट्स इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी ऐसे ही एक प्रोटोटाइप पर काम कर रहा है जो लोगों को चांद पर लेकर जाएगा वो भी कुछ समय के लिए. इसे चांद पर पहुंचने के लिए रॉकेट की जरूरत नहीं होती, बल्कि ये चांद के पॉजिटिव एनर्जी चार्ज्ड सरफेस पर निर्भर करता है.
ये पावरट्रेन तकनीक में एक क्रांति ले आएगी
कोई हैरानी वाली बात नहीं होगी कि इस प्रोटोटाइप का उत्पादन आने वाले समय में शुरू हो जाए और अगर ऐसा होता है ये पावरट्रेन तकनीक में एक क्रांति ले आएगी जो चांद पर चलने वाले और अन्य वाहनों में इस्तेमाल की जा सकेगी. करीब एक दशक से उड़ने वाली कारें एक ख्वाब बनी हुई हैं और कई कंपनियां इसे बनाने के अंतिम पड़ाव पर हैं, यहां तक कि इनकी टेस्टिंग भी शुरू की जा चुकी है. रोल्स रॉयस जैसी दिग्गज कंपनी ने तो अब तक उड़ने वाली कारों की रफ्तार का रिकॉर्ड भी तोड़ दिया है. हालांकि बड़ी संख्या में इनका उत्पादन अब भी दूर की बात नजर आ रही है.
सॉसर को उड़ाने के लिए चांद सबसे अच्छा सरफेस
न्यू एटलस द्वारा पब्लिश एक आर्टिकल के मुताबिक MIT डेवेलप्ड फ्लाइंग सॉसर को उड़ाने के लिए चांद सबसे अच्छा सरफेस है. इसमें ये भी कहा गया है कि चंद्रमा पर कोई प्रोटेक्टिव अटमॉस्फेयर नहीं है, ऐसे में स्पेस प्लाजमा और सूरज की अल्ट्रावॉयलेट रेज या पराबैगनी किरणें यहां सीधे पड़ती हैं. यही वजह है कि चांद की सतह पॉजिटिवली चार्ज्ड रहती है, ऐसे में यहां की धूल सतह से करीब एक मीटर ऊपर उड़ती है. ये बिल्कुल वैसा ही है जैसा प्लास्टि या अन्य किसी वजह से हमारे बाल बिल्कुल सीधे खड़े हो जाते हैं.
चांद की सतर पर नेगेटिवली चार्ज्ड एनर्जी को दागता है
दावा है कि MIT फ्लाइंग सॉसर यूनीक पॉजिटिवली चार्ज्ड पॉपर्टी से पॉपल्शन के जरिए एनर्जी खींच लेता है. वे उड़न तश्तरी जैसा वाहन चांद की सतर पर नेगेटिवली चार्ज्ड एनर्जी को दागता है और चांद की सतह से सकारात्मक एनर्जी हासिल करके सतर से ऊपर बना रहता है. इस अनोखे वाहन के प्रोपल्शन सिस्टम में मोल्टन सॉल्ट का वैट लगता है जो पर्याप्त मात्रा में नेगेटिव आइकन्स बनाता है. ये प्रोपल्शन तकनीक काफी दिलचस्प नजर आ रही है, हालांकि ये फिलहाल व्यवहारिक होने से कुछ दूरी पर बनी हुई है.