बिटकॉइन की कीमत में आई गिरावट, Ethereum भी खिसकी नीचे
ज्यादातर क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) में शुक्रवार को गिरावट देखी गई है
ज्यादातर क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) में शुक्रवार को गिरावट देखी गई है. ग्लोबल क्रिप्टो मार्केट कैप 1.18 ट्रिलियन डॉलर पर पहुंच गई है, जिसमें पिछले दिन के दौरान 2.62 फीसदी की गिरावट देखी गई है. कुल क्रिप्टो मार्केट (Crypto Market) वॉल्यूम पिछले 24 घंटों के दौरान 17.21 फीसदी की तेजी के साथ 106.92 अरब डॉलर हो गया है. डिसेंट्रलाइज्ड फाइनेंस (DeFi) में कुल वॉल्यूम मौजूदा समय में 13.81 अरब डॉलर है, जो 24 घंटों के कुल क्रिप्टो मार्केट वॉल्यूम का 12.92 फीसदी है. वहीं, सभी स्टेबलकॉइन्स (Stablecoins) का वॉल्यूम अब 90.60 अरब डॉलर है, जो 24 घंटे के कुल क्रिप्टो मार्केट वॉल्यूम का 84.73 फीसदी है.
बिटकॉइनकी वर्तमान में कीमत 1.98 फीसदी की गिरावट के साथ 40,573.41 डॉलर पर पहुंच गई है. दुनिया की सबसे बड़ी और लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी की बाजार में मौजूदगी 41.09 फीसदी है. इसमें पिछले दिन के दौरान 0.03 फीसदी की गिरावट देखी गई है.
Tether में दिखी तेजी
वहीं, Ethereum पिछले 24 घंटों के दौरान 1.96 फीसदी की गिरावट के साथ 2,40,802 पर मौजूद है. जबकि, Tether 0.5 फीसदी की तेजी के साथ 80.01 रुपये पर ट्रेड कर रहा है. Cardano पिछले 24 घंटों में 2.64 फीसदी गिरकर 73.7089 रुपये पर आ गया है.
Binance Coin की बात करें, तो यह क्रिप्टोकरेंसी 1.5 फीसदी गिरकर 32,877.43 रुपये पर ट्रेड कर रही है. वहीं, XRP 1.92 फीसदी गिरकर 58.6499 रुपये पर मौजूद है. Polkadot 24 घंटों में 4.42 फीसदी की गिरावट के साथ 1,470.00 रुपये पर ट्रेड कर रहा है. Dogecoin 2 फीसदी गिरकर 10.9754 रुपये पर पहुंच गया है.
डिजिटल करेंसी कैश की ले सकती है जगह: RBI डिप्टी गवर्नर
आपको बता दें कि भारतीय रिजर्व बैंक यानी RBI के डिप्टी गवर्नर टी रबी शंकर ने कुछ दिन पहले एक वेबिनार में कहा था कि सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) भारत में कैश पर आधारित ट्रांजैक्शन्स की कुछ हद तक जगह ले सकती है. शंकर ने कहा था कि पिछले पांच सालों में, जहां डिजिटल भुगतान भारत में करीब 50 फीसदी की औसत सालाना ग्रोथ रेट से बढ़ा है. वहीं, करेंसी की सप्लाई करीब दोगुनी हो गई है.
इसके अलावा सरकार ने क्रिप्टोकरेंसी और रेगुलेशन ऑफ ऑफिशियल डिजिटल करेंसी बिल, 2021 संसद के शीतकालीन सत्र में पेश करने के लिए लिस्ट किया था. इसे पहले बजट सत्र के लिए भी लिस्ट किया गया था, लेकिन इसे पेश नहीं किया जा सका था, क्योंकि सरकार ने इस पर दोबारा काम करने का फैसला लिया था.
सहभार: TV9 Hindi