जनवरी से खत्म होगा LIBOR का युग, SBI ने कहा पूरी है तैयारी
भारतीय स्टेट बैंक ने आज कहा कि बैंक नये प्रस्तावित ब्याज दरों के बेंचमार्क को अपनाने के लिये पूरी तरह तैयार है
भारतीय स्टेट बैंक ने आज कहा कि बैंक नये प्रस्तावित ब्याज दरों के बेंचमार्क को अपनाने के लिये पूरी तरह तैयार है. इस नये बेंचमार्क को LIBOR के खत्म होने के साथ लाया जा रहा है. बैंक ने जानकारी दी कि एसबीआई के सभी सिस्टम और प्रक्रियाओं को इस हिसाब से बदला गया है कि वो नये बेंचमार्क अल्टरनेट रिफरेंस रेट्स यानि एआरआर को सपोर्ट कर सकें. बैंक के मुताबिक उसने पहले से ही घरेलू और विदेशी शाखाओं के जरिये ग्राहकों को नये एआरआर से लिंक्ड प्रोडक्ट भी ऑफर करने शुरू कर दिये हैं.
नये साल से खत्म होगा LIBOR का युग
लंदन इंटरबैंक ऑफर्ड रेट यानि लिबोर बीते 40 साल से कर्ज दरों, मॉर्टगेज और कॉर्पोरेट लोन की ब्याज दरों को तय करने में प्रमुख बेंचमार्क रहा है. बीते कुछ समय में लिबोर को लेकर काफी शिकायतें और समस्याएं सामने आई थीं, जिसके बाद से दुनिया भर के केन्द्रीय बैंकों ने नये कर्ज ऑफर करने के लिये लिबोर को इस्तेमाल न करने का फैसला किया है. लिबोर दुनिया भर के 18 केन्द्रीय बैंकों से अनुमान लेकर अलग अलग समयअवधि के लिये बेंचमार्क दरें जारी करता था, जिसके आधार पर बैंक अपने उत्पादों के लिये कर्ज दरें तय करते थे. इसकी वजह से जनवरी से अब उत्पादों की दरें नये बेंचमार्क से तय होंगी. एसबीआई ने अपनी रिलीज में कहा कि पहली जनवरी लिबोर ट्रांजिशन के लिये काफी अहम साबित होने वाली है. क्योंकि इस तारीख से रिजर्व बैंक सहित दुनिया भर के प्रमुख केन्द्रीय बैंकों के निर्देशानुसार सभी ट्रांजेक्शन नये बेंचमार्क दरों पर आधारित होंगे. बैंक ने कहा कि एसबीआई उन शुरुआती बैंकों में से है जिसमें दिसंबर 2020 को नये बदलावों से जुड़े प्रोटोकॉल पर हस्ताक्षर किये थे. और बैक ने एसओएफआर से लिंक ट्रांजेक्शन और डील्स को पूरा कर दिखा दिया है कि वो नये बदलावों के लिये तैयार है. बैंक के एमडी इंटरनेशनल बैंकिंग अश्विनी कुमार तिवारी ने कहा कि लिबोर ट्रांजिशन दुनिया भर के वित्तीय बाजारों के लिये एक बड़ा पल है. भारत का सबसे बड़ा बैंक है इसलिये एसबीआई लिबोर को लेकर हो रहे बदलावों पर लगातार नजर रख रहा है. और लिबोर से एआरआर की तरफ ट्रांजिशन को सुगम बनाने के लिये पूरी तैयारी कर रहा है.