वैक्सीनेशन का दिख रहा असर, इकोनॉमी ने पकड़ी रफ्तार तो रेवेन्यू में होगा इजाफा
SBI प्रमुख ने कहा कि दो साल से अर्थव्यवस्था में ऋण वृद्धि काफी कम थी. उम्मीद है कि अब क्षमता उपयोग में सुधार होगा और कॉरपोरेट क्षेत्र में निवेश की मांग को पुनर्जीवित करने में मदद मिलेगी.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के अध्यक्ष दिनेश कुमार खारा ने शनिवार को कहा कि कोविड -19 टीकाकरण कायर्क्रम के सफल कार्यान्वयन के साथ भारत वृद्धि के अगले दौर में जाने के लिए तैयार है. खारा ने दुबई में आयोजित एक्सपो2020 के दौरान भारतीय पवेलियन में कहा कि देश ने जिस तरह का टीकाकरण अभियान देखा है, वह सभी भारतीयों को गौरवान्वित करता है. विशेष कर इसलिए क्योंकि घरेलू स्तर पर बनने वाले टीकों का बड़े पैमाने पर इस्तेमाल हो रहा है.
उन्होंने कहा कि देश में पिछले दो साल से अर्थव्यवस्था में ऋण वृद्धि काफी कम थी. उम्मीद है कि अब क्षमता उपयोग में सुधार होगा और कॉरपोरेट क्षेत्र में निवेश की मांग को पुनर्जीवित करने में मदद मिलेगी. एसबीआई अध्यक्ष ने कहा, "सरकार ने बुनियादी ढांचे में निवेश पर अपना ध्यान जारी रखते हुए शानदार काम किया है, जो अर्थव्यवस्था के मुख्य क्षेत्रों को बढ़ावा देने के मामले में एक लंबा सफर तय कर चुका है. निजी कॉरपोरेट क्षेत्र में निवेश के साथ भारतीय अर्थव्यवस्था निश्चित रूप से वृद्धि के अगले दौर में जाएगी." उन्होंने कहा कि एक्सपो2020 में देश का पवेलियन वास्तविक भारत को प्रस्तुत कर रहा है, जो अवसरों से भरा है.
इकोनॉमी ने पकड़ी रफ्तार तो रेवेन्यू में होगा इजाफा
वैक्सीनेशन के कारण इकोनॉमिक रिकवरी की रफ्तार काफी तेज है. सरकार को अनुमान है कि इस वित्त वर्ष अनुमान से ज्यादा उसकी कमाई होगी.वित्त वर्ष 2021-22 के लिए सरकार ने रेवेन्यू का लक्ष्य 15.45 लाख करोड़ रुपए रखा है. माना जा रहा है कि चार सालों के बाद पहली बार सरकारी खजाने में उम्मीद के मुकाबले ज्यादा पैसे आएंगे. इस पैसे का इस्तेमाल सरकार राजकोषीय घाटे को कम करने के लिए नहीं करेगी. दो विश्वस्त सरकारी सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी गई है.
RBI ने ग्रोथ रेट का अनुमान घटाया है
वैसे आरबीआई ने चालू वित्त वर्ष के लिए वृद्धि अनुमान को 10.5 फीसदी से घटाकर 9.5 फीसदी कर दिया है, जबकि आईएमएफ ने 2021 में 9.5 फीसदी और इसके अगले साल 8.5 फीसदी की वृद्धि का अनुमान लगाया है.