टाटा ग्रुप को मिली एयर इंडिया की कमान, केंद्र सरकार ने दी जानकारी, 18,000 करोड़ की लगाई बोली

Update: 2021-10-08 10:45 GMT

नई दिल्ली: Air India के नए मालिक की आज सरकार आधिकारिक घोषणा कर सकती है. नागर विमानन मंत्रालय और दीपम के सचिव कुछ देर में एक बड़ी प्रेस कॉन्फ्रेंस करने जा रहे हैं.

'नए महाराजा' का ऐलान
सरकार शुक्रवार को Air India के 'नए महाराजा' के नाम का खुलासा कर सकती है. पीआईबी की खबर के मुताबिक सरकार के विनिवेश कार्यक्रम की जिम्मेदारी देखने वाले विभाग DIPAM और नागर विमानन मंत्रालय के सचिव शाम 4 बजे एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसकी घोषणा कर सकते हैं.


पिछले हफ्ते आई थी ये खबर
बीते सप्ताह सूत्रों ने खबर दी थी कि एअर इंडिया 68 साल बाद वापस Tata Group के पास लौट सकती है. लेकिन DIPAM के सचिव की ओर से आधिकारिक ट्वीट में इस खबर का खंडन किया गया था. बाद में वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने दुबई में एक कान्फ्रेंस में उचित समय आने पर एअर इंडिया के नए मालिक का नाम घोषित करने की बात कही थी.
Air India का नया मालिक चुनने के लिए अंतिम बोलियां लगाई जा चुकी हैं और सरकार इनका मूल्यांकन कर रही है. इस सरकारी एयरलाइंस को खरीदने में Tata Group के अलावा SpiceJet के अजय सिंह की भी दिलचस्पी है. उन्होंने SpiceJet से अलग अपनी निजी क्षमता के तहत इस एयरलाइंस के लिए बोलियां जमा की हैं.
Tata से जुड़ा है Air India का इतिहास
Air India की शुरुआत 1932 में टाटा ग्रुप ने ही की थी. जे. आर. डी. टाटा (JRD Tata) जो खुद एक कुशल पायलट थे, उन्होंने Tata Airlines के रूप में इसे शुरू किया था. द्वितीय विश्व युद्ध के बाद भारत से सामान्य हवाई सेवा की शुरुआत हुई और तब Air India को सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी बना दिया गया. वर्ष 1947 में देश की आज़ादी के बाद एक राष्ट्रीय एयरलाइंस की जरूरत महसूस हुई और भारत सरकार ने Air India में 49% हिस्सेदारी अधिग्रहण कर ली.
इसके बाद 1953 में भारत सरकार ने एयर कॉरपोरेशन एक्ट पास किया और सरकार ने Tata Group से इस कंपनी में बहुलांश हिस्सेदारी खरीद ली. इस तरह Air India पूरी तरह से एक सरकारी कंपनी बन गई.

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