मुंबई: देश के सबसे बड़े ऋणदाता भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने सोमवार से अपनी बेंचमार्क सीमांत लागत ऋण दर (एमसीएलआर) में 0.05 प्रतिशत से 0.10 प्रतिशत तक की वृद्धि कर दी।
बैंक के इस कदम से एमसीएलआर आधारित ऋणों की ब्याज दरों में भी इजाफा होगा। एक महीने के ऋण पर एमसीएलआर 0.05 प्रतिशत बढ़कर 8.35 प्रतिशत हो गई है। तीन महीने की अवधि के ऋण पर यह 0.10 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 8.40 फीसदी पर है।
छह महीने, एक साल और दो साल के ऋण के लिए एमसीएलआर 0.10 प्रतिशत बढ़ाकर क्रमशः 8.75 प्रतिशत, 8.85 प्रतिशत और 8.95 प्रतिशत कर दी गई है। तीन साल के ऋण के लिए एमसीएलआर में 0.05 फीसदी की वृद्धि हुई है और यह अब 9 प्रतिशत होगी।
इससे पहले जून में भी एसबीआई ने एमसीएलआर में 0.10 प्रतिशत की बढ़ोतरी की थी। एमसीएलआर न्यूनतम ब्याज दर है जिससे कम पर बैंक ऋण नहीं दे सकता। ज्यादातर कॉर्पोरेट ऋण एमसीएलआर आधारित होते हैं जबकि खुदरा ऋण रेपो दर पर आधारित होते हैं। भारतीय रिजर्व बैंक ने इस साल फरवरी से रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है। आम तौर पर ब्याज दरों के मामले में दूसरे बैंक एसबीआई का अनुसरण करते हैं। इस कारण अब दूसरे बैंकों के कर्ज भी महंगे होने की संभावना है।