चांदी से चमकेगी किस्‍मत, अभी करोगेें निवेश तो दिवाली तक मिल सकता है मोटा रिटर्न

भारत समेत दुनियाभर के कई देशों के लिए कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर ने एक बड़े संकट में डाल दिया है

Update: 2021-04-25 13:31 GMT

भारत समेत दुनियाभर के कई देशों के लिए कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर ने एक बड़े संकट में डाल दिया है. यही कारण है कि अब निवेशक भी अपने पूंजी को सुरक्षित जगह लगाने के बारे में सोच रहे हैं. आमतौर पर ऐसी स्थिति में इक्विटी मार्केट में अनिश्‍चितता देखने को मिलती है, इसीलिए अधिकतर निवेशकों को झुकाव सोने-चांदी जैसे सुरक्षित निवेशक विकल्‍प की ओर होता है. वैसे तो सोने की मांग और कीमत चांदी की तुलना में ज्‍यादा रहती है, लेकिन बीते कुछ समय में ऐसी स्थिति में एक बेहतर विकल्‍प बनकर सामने आया है.

दरअसल, दुनियाभर में सोने की डिमांड निवेश और गहनों के तौर पर सबसे ज्‍यादा होता है. लेकिन चांदी इसके अलावा इंडस्ट्रियल कामों में भी इस्‍तेमाल किया जाता है. 'द सिल्‍वर इंस्‍टीटयूट' की एक रिपोर्ट की मानें तो इस साल बढ़ते इंडस्ट्रियल डिमांड की वजह से चांदी का भाव 30 फीसदी तक चढ़ सकता है.
कमोडिटी एनलिस्‍ट्स की मानें तो इस साल चांदी का भाव 76-80 हजार रुपये प्रति किलोग्राम के पार जा सकती है. अगर ऐसा होता है तो मौजूदा निवेशकों को इस साल के अंत तक प्रति किलो चांदी के निवेश पर करीब 11 हजार रुपये का फायदा हो सकता है. इस समय चांदी का भाव करीब 65 हजार रुपये प्रति किलोग्राम के करीब चल रहा है.
क्‍यों इस साल 30 फीसदी तक उछलेगी चांदी?
पिछले साल कोरोना वायरस महामारी के मद्देननज़र दुनियाभर में कुछ समय के लिए लॉकडाउन लग गया था . इस दौरान आर्थिक गतिविधियां बंद पड़ी थीं. लेकिन, इस साल इंडस्ट्रियल स्‍तर पर काम हो रहे हैं. द सिल्‍वर इंस्टीट्यूट ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि 2019 की तुलना में 2020 के अंत तक चांदी के भाव 27 फीसदी तक का उछाल आया था.
अंतरराष्‍ट्रीय बाजार में पिछले साल चांदी का औसत भाव 20.55 अमेरिकी डॉलर प्रति औंस रहा था. बता दें कि 35.3 औंस में एक किलोग्राम होता है.
चांदी में क्‍यों बढ़ रहा निवेशकों को रझान?
2020 में आर्थिक गतिविधियां ठप्‍प्‍प होने की वजह से इंडस्ट्रियल लेवल पर चांदी की मांग कम ही रही थी. पिछले साल चांदी की मांग 5 फीसदी कम होकर बीते पांच साल के निचले स्‍तर 48.68 करोड़ औंस पर पहुंच गई थी. हालांकि, सिल्‍वर बार्स और चांदी के सिक्‍के में 8 फीसदी की तेजी भी देखने को मिली थी.
इसके साथ ही यह बीते 4 साल के शीर्ष स्‍तर 20.05 करोड़ औंस पर पहुंच चुकी थी. भाव में गिरावट की वजह से भी निवेशकों का रुझान चांदी की ओर बढ़ा है.
कब तक मिलेगा 11 हजार का रिटर्न
अगस्‍त 2020 में सोने के साथ-साथ चांदी के भाव भी रिकॉर्ड स्‍तर पर पहुंच गए थे. अब 2021 में फिर एक बार इसमें तेजी देखने को मिल रही है. कमोडिटी मार्केट से जुड़े जानकारों का कहना है कि अगले एक से दो महीनों में चांदी के भाव 71-72 हजार रुपये के पार जा सकते हैं. दिवाली तक हय भाव बढ़कर 76-80 हजार के पार जा सकत है. ऐसे में मौजूदा निवेशकों को 11 हजार रुपये तक का रिटर्न मिल सकता है.


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